Sulemani Chai – उम्मत का दर्द दिल मे, बाकी मुजाहिद बिल में..आई के का माल,और फकीर की…
उम्मत का दर्द दिल मे, बाकी मुजाहिद बिल में..
एक तरफ जहाँ 75 कड़ोड़ के एक खसरे को बचा कर पूरे शहर के समाज सेवियों और जिम्मेदारो ने अपनी पीठ थपथपाई थी। वही क़र्बला की जमीन जिसका दर्द मुस्लिम समाज के हर शख्स के दिल मे है। वही जिन जिम्मेदारो…
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