देश को विचार धाराओं में नहीं विकास धाराओं में बांधिये…
देश कल अपनी आजादी के ७७ वर्ष पूरे कर ७८ वें वर्ष में प्रवेश कर रहा है। देश के सामने जहां कई चुनौतियां अभी भी खड़ी है तो दूसरी ओर यहां भी तय है कि देश राष्ट्रीयता की भावना के आधार पर आने वाली पीढिय़ों के लिए तैयार नही हो पाएगा। भविष्य की…
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