Browsing Tag

समाजिक कार्यकर्ता ज़ैद पठान

सुलेमानी चाय: दुश्मन की दुश्मन…लड्डू लड़े तो बूंदी झड़े….सज्जू का सामरी जादू…प्लाटों…

दुश्मन की दुश्मन...अगर भाई दुश्मन हो, तो उसका दोस्त भी अपना दुश्मन ही होता है और उस दुश्मन से कोई अलबेली नार दुश्मनी निभा रही हो, तो वो अलबेली नार भी अपनी दोस्त हो जाती है। भाजपा के एक अल्पसंख्यक नेता जी ने उस अलबेली नार का साथ देना…
Read More...