गुस्ताखी माफ़:जो चिराग थे वे चिरान हो गए….झकाझक के साथ गलियारे में झाग ही झाग…
जो चिराग थे वे चिरान हो गए....किसी जमाने में जिनके चिराग पूरे प्रदेश में जलते थे अब उनकी हालत भाजपा की नई राजनीति में कुछ इस प्रकार से हो गई है कि उन्हें मालवा निमाड़ के नए संगठन प्रभारी अजय जामवाल के सामने कुछ इस प्रकार अपना दर्द बताना…
Read More...
Read More...