इंदौर। एक ओर जहां जिला प्रशासन की सख्ती के बाद नई डायरियों का कामकाज अब पहले की अपेक्षा कम स्तर पर हो रहा है। जहां पुरानी डायरियों के लेनदेन बचे थे वे भी अब बिना टीएनसी अनुमति के पूरे हो चुके हैं।
अब केवल डायरियों पर ही टाउनशिप के कर्ताधर्ता कामकाज कर रहे हैं। दूसरी ओर एक से डेढ़ साल पहले एयरपोर्ट रोड़ पर डायरियों पर बेचे गये प्लाट खरीदने वाले अभी भी चक्कर लगा रहे हैं। जबकि इस क्षेत्र में इंदौर विमानतल के विकास को लेकर कुछ जमीनें योजना में भी शामिल हो रही है। दूसरी ओर इसी क्षेत्र में शहर के बड़े सम्मानित कारोबारी अशोक ऐरन भी डायरियों पर यहां प्लाट खुले खाते में बेच रहे हैं।
जिला प्रशासन के तमाम प्रयासों के बाद भी डायरियों पर कारोबार करने वालों पर नकेल नहीं कसी जा पा रही है। हर दिन शहर में हजार के लगभग डायरियां असली और नकली बनकर घूम रही है। एक डायरी बिना टीएनसी अनुमति के दो से तीन बार पहले से ही बाजार में भाव बढ़ाकर बेची जा चुकी है। एयरपोर्ट रोड़ पर मार्डन सिटी के सामने सुरेश ठाकुर की तीन सौ से अधिक डायरियां बाजार में घूम रही है उनपर पचास प्रतिशत से अधिक पैसा लिया जा चुका है। अब यहां पर जमीन किसी सरकारी योजना में भी शामिल होना की जानकारी दी जा रही है।
यहां के दो सौ से अधिक लोगों को अब प्लाट मिलने की संभावना कम हो गई है। तो दूसरी ओर नैनोद में ही जिंदल द्वारा एमआरएमजीएफ के सामने डायरियों पर ही प्लाट बेचे जा चुके हैं। इन्हें क्षेत्रीय विधायक का भी संरक्षण है और इसी के चलते लोग शिकायत भी नहीं कर पा रहे हैं।
इस क्षेत्र में जमीनों को लेकर और भी विवाद है तो वहीं बालाजी धाम के पीछे अशोक ऐरन जो इंदौर के बड़े कारोबारी होने के साथ ही बड़ा रातनैतिक हस्तक्षेप भी रखते हैं वे भी यहां बीस बीघा में डायरियों पर ही प्लाट बेच रहे हैं। दस हजार फीट की डायरी बनाकर दी जा रही है।
दूसरी ओर विमानतल विकास को लेकर जिस जमीन का अधिग्रहण होना है उन पर भी हिंकारगिरी के नीचे कोर्डिया बर्डी में डायरियों पर ही कॉलोनियां काटी जा रही हैं। जबकि यह जमीन पूरी तरह इंदौर विमानतल के विकास के लिए ली जानी है। यहां पर कोई नवीन मेहता डायरियों पर प्लाट बेच रहे है। हालांकि दो दिन पहले ही जिला प्रशासन को इस क्षेत्र की जमीनों पर हो रही धांधली की शिकायत भाजपा के एक नेता ने की है।