46 हजार करोड़ का सामराज्य खड़ा करने वाले राकेश झुनझुनवाला ने दुनिया को अलविदा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अडाणी, अंबानी सहित देशभर में शोक की लहर


शेयर मार्केट में बिग बुल के नाम से पहचान बनाने वाले राकेश झुनझुनवाला का आज दुखद निधन हो गया।

उन्होंने मुंबई के कैंडी बीच अस्पताल में अंतिम सांस ली। अस्पताल प्रशासन ने आज सुबह लगभग सात बजे उनके मौत की पुष्टि की। झुनझनवाला पिछले कुछ महीनों से बीमार चल रहे थे। हाल ही में उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिली थी। राकेश झुनझुनवाला के जीवन की कहानी भी बड़ी संघर्ष पूर्ण रही।

साइडेन्हेम कॉलेज से स्नातक की डिग्री हासिल की और बाद में भारतीय सनदी लेखाकार संस्थान (आईसीएआई) में नामांकन कराया। साल 1985 में मुंबई के दलाल स्ट्रीट में कदम रखने वाले राकेश झुनझुनवाला अपने पिता से प्रेरणा लेकर शेयर बाजार में आए थे। पेशे से चार्टर्ड अकाउंटेंट राकेश झुनझुनवाला ने इसके बाद 1985 में पांच हजार रुपये का निवेश कर इन्वेस्टर के रूप में करियर की शुरुआत की थी।

महज 5000 रुपए से शुरुआत

शेयर बाजार में महज 5000 रुपए से शुरुआत करने वाले झुनझुनवाला को पहली बार मुनाफा 1986 में मिला था। झुनझुनवाला ने जिस समय शेयर बाजारों में निवेश करना शुरू किया उस समय सेंसेक्स 150 अंक पर था। उस वक्त अपने शेयर को बेचकर मुनाफा कमाया था। उन्होंने टाटा टी के 5000 शेयर 43 रुपए के भाव पर खरीदे और फिर 3 महीने बाद 143 रुपए प्रति शेयर के भाव में बेचे थे। उसके बाद शेयर मार्केट में उनका जलवा कायम रहा।

उनके दुखद निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित कई देश के कई उद्योगपतियों ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।

 

 

करीब सालभर पहले भी पीएम मोदी ने राकेश झुनझुनवाला के साथ अपनी तस्वीर शेयर की थी. तब उन्होंने लिखा था कि इकलौते राकेश झुनझुनवाला से मिलकर खुशी हुई. वह भारत के बारे में जीवंत, व्यावहारिक और बहुत आशावादी हैं.

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