सुलेमानी चाय-हर पेड़ पे हरीराम लटका है…खजराने में कांगेस के कचरे कराएंगे अनुशाली पटेल…दूसरे दिन दिखा काजी साहब को ईद का चांद…
आकाशÓ के सितारे जमीन पर....इस बार पाक साफ होकर मिला रुबीना इकबाल को पंजा...
हर पेड़ पे हरीराम लटका है…
मुस्लिम वार्डों की सियासत ने मोहल्लों में अफरा तफरी फैला रखी है। मतदाताओं की फजीहत है कि वो किसका साथ दे, सभी लड़ाके करीबी है। इससे भी ज्यादा उलझन कार्यकर्ताओं की है, यही वजह है कि लढ़ा भी नहला रहे हैं और लड़ीं भी। और खबरों का भी आदान प्रदान कर रहे है। अब इसे कार्यकर्ताओं को हरीराम का तमगा मिलने लगा है। आज़ाद नगर, चंदन नगर, खजराना और रानीपुरा, जूनारिसाला वार्डो में हरीरामों की नई फ़ौज तैयार हो गई है। लेकिन ये भी सही है कि ये हरीराम किसी से रिश्ते नहीं बिगड़ना चहते है अगर एक कश्ती पर सवार हो गए ओर वो डूब गई तो इनकी दुकान पर भी ताले डल जाएंगे। मुस्लिम उम्मीदवारों को शिफ्टों में काम कर रहे इन हरी भाइयो की कद्र करनी चाहिए।
खजराने में कांगेस के कचरे कराएंगे अनुशाली पटेल…
खजराने में वार्ड 38 के कांग्रेस प्रत्याशी अनुशाली पटेल जिस कीचड़ में खुद लोटपोट हो कर नहा चुके है। हार की बोखलाहट से वैसे ही इल्जाम उस्मान पटेल पर लगा रहे है। उस्मान उम्र भर भजपा में रहे, लेकिन कौम की खातिर भाजपा छोड़ दी, अनुशाली साहब का दावा है वे फिर जा सकते है। अनुशाली ने अपने जाती मफाद के लिये कांग्रेस से भजापा वहां से फिर कांग्रेस में आकर शहर में दल बदल का इतिहास कायम कर दिया है। जो शख्स अपने जाती फायदे के लिए अपना धर्म तक बदल चुका हो वहीं अब दूसरों को परपाटी बदल सकते है का इल्जाम लगा रहे है। अब फैसला जनता को करना है, वैसे कांग्रेस यहां से हार का रेकर्ड भी कायम कर सकती है। अब साहब हम से ज्यादा बुराई नही की जाती अनुशाली पटेल कौन है इसका पता आप लगा लो… अनुशाली साहब के कारनामों की अगली किश्त पढ़िए आगे के अंक में…
दूसरे दिन दिखा काजी साहब को ईद का चांद…
हमारे शहर में शहर काजी सिर्फ चाँद देखने के काम के ही बचे है। सरकारी मान्यता प्राप्त काजी साहब को इस बार ईदुल अज़हा का चाँद पूरे देश मे होने के बाद भी नजर नहीं आया। भोपाल और आसपास वालो की शहादत ये कुबूल नही करते, भले ही इत्तेफाक वालों को रात भर काजी साहब के हुक्म का इंतेजार करना पड़े। इस बार भी पूरे मुल्क में ईदुल अज़हा के चाँद का ऐलान होने के बाद भी काजी साहब ने दूसरे दिन सेंधवा से शहादत मंगवाई, तब कहीं जाकर साहब ने ऐलान किया या अब तक नहीं किया इसकी जानकारी हमें भी नही, हमारी गुजारिश है कि दूसरे किसी काम के नहीं बचे हमारे काजी साहब को चाँद काजी के लक़ब की थोड़ी इज्जत तो रखनी चाहिए।
‘आकाशÓ के सितारे जमीन पर
ड्डतीन नम्बर के विधायक आकाश विजयवर्गीय अपने वार्डों को कांग्रेस मुक्त करना चाहते है। इस पर काम भी किया था लेकिन अब काम तमाम हो गया। टिकट की भागदौड़ के वक्त वार्ड 60 के संभावित उम्मीदवारों में गिने जाने वाले महेश गोयल ने मुस्लिम बहुल इलाके में सुराख किया था और दो कार्यकर्ताओं को भाजपा की सदस्यता दिलवाई थी। अब ये दोनों आसमान से जमीन पर आ टपके है। एक तो अंसाफ के पंजे साफ कर रहे है और दूर मुन्ना के साथ सेब खा रहे है। आकाश की मौजूदगी में इन दोनों के भाजपा की सवारी को कबूल किया था। ये आकाश को पता नहीं था कि इतनी जल्दी तलाक़ हो जाएगा। लेकिन एक बात बहुत अच्छी है कि महफूज़ हिफाज़त से है और पार्टी प्रत्याशी पिपले के लिए पसीना बहा रहे हैं।
दुमछल्ला…
इस बार पाक साफ होकर मिला रुबीना इकबाल को पंजा…
खजराने की राजनीति भी खूब है, जिस पंजे को रुबीना इकबाल ने अपने पहले चुनाव में खूनी पंजे का लक़ब दिया था। वहीं दूसरे चुनाव में भी बिकाऊ ओर ग़द्दार पंजा कहा था। अब वही पंजा क़बीले एहतेराम हो गया शायद इन्हें इस बार ये बिकाऊ पंजा फ्री में ही मिल गया। खैर इस बार रुबीना इकबाल को कई इलाकों से भगाया भी जा रहा है, इस दफा इकबाल को मिले पंजे पर एक शेर बनता है। हमे ना मिला तो सारे ऐब है तुझमें, जो हमे मिल गया तो पाक शफ्फाक हो गया।
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