मुंबई (दोपहर आर्थिक डेस्क)। रूपए आज गिरावट का इतिहास रचते हुए एक डालर के मुकाबले 79 रूपए (78.92) पर पहुंच गया है। लगातार रूपए की गिरती कीमत से अब सरकार ने व्यापार घाटा बढ़ने के बाद आयात पर निगरानी शुरू कर दी है। आने वाले समय में गोल्ड सहित कई अन्य वस्तुओं पर बढ़ी मात्रा में कस्टम ड्यूटी लगाकर इनके आयात पर रोक लगाने के प्रयास किए जाएंगे। अभी सरकार ने आयात पर निगरानी शुरू कर दी है।
दूसरी ओर देश का व्यापार घाटा बढ़कर एतिहासिक स्तर 24 अरब डालर पर पहुंच गया है। दूसरी ओर शेयर बाजार से भी विदेशी निवेशकों द्वारा 4 लाख करोड़ रूपए ओर निकाले जाने के संकेत मिलने के बाद शेयर बाजार अब लगातार गिरावट में बना रहेंगा। शेयर बाजार को अब अपने पैरों पर खड़े होने में लम्बा समय लगेंगा। मई माह में सोने का आयात भी 9 गुना बढ़ गया है। अब कई आयात को हतोउत्साहित किया जाएगा।
आरबीआई के समान प्रयास के बाद भी रूपए की गिरावट थम नहीं रही है। दूसरी ओर भारत का विदेशी मुद्रा भंडार भी रूपए को बचाने के चक्कर में लगातार कम हो रहा है। अब भारत के पास 9 महीने का ही डालर बचा हुआ है। दूसरी ओर रूपया आज भी 44 पैसे गिरकर 79 रूपए तक पहुंच गया है। कारोबारी कह रहे हैं कि व्यापार घाटा जीतना तेजी से बढ़ेगा रूपया उतना गिरेगा। सरकार अगले माह कई सामानों के आयात पर रोक लगाने को लेकर तैयारी कर रही है। दूसरी ओर कच्चे तेज में उबाल के कारण तेजी से डालर कम हो रहे हैं।
शेयर बाजार ने ग्लोबल मार्केट के दबाव में आज कमजोर शुरुआत की। सेंसेक्स और निफ्टी बड़ी गिरावट पर खुलने के बाद लगातार लाल निशान पर ट्रेडिंग कर रहे हैं. सेंसेक्स एक बार फिर 53 हजार से नीचे चला गया है। सेंसेक्स आज सुबह 554 अंकों की बड़ी गिरावट के साथ 52,623 पर खुला और कारोबार की शुरुआत हुई, जबकि निफ्टी ने 148 अंकों के नुकसान के साथ 15,702 पर खुलकर ट्रेडिंग शुरू की। निवेशकों में आज शुरुआत से ही निगेटिव सेंटिमेंट दिखा और बाजार में जमकर मुनाफावसूली हुई। रिजर्व बैंक की ताजा रिपोर्ट भी यह संकेत दे रही है कि शेयर बाजार से विदेशी निवेशकों द्वारा अभी पैसा निकालना जारी रहेगा। चार लाख करोड़ रुपए बाजार से निकलने की पूरी संभावना बन गई है। इसका असर बाजार पर अगले माह से दिखाई देगा।