इंदौर। ढाई साल देर से हो रहे नगर निगम चुनाव में इस बार भाजपा, कांग्रेस में बागियों की भरमार है। पार्टियों की गाइडलाइन अनुसार टिकट न बंटने के चलते भाजपा में जहां अभी 28 से 30 बागी मैदान में है। वहीं कांग्रेस में करीब 15 नेताओं ने अपने नामांकन भरे है। कल नाम वापसी का आखिरी दिन है। संभवत: भाजपा में 6 और कांग्रेस में 10 बागी पूरी ताकत से चुनाव लड़ने की तैयारी कर चुके है। कई प्रत्याशियों ने अपना जनसंपर्क भी शुरू कर दिया है। सबसे ज्यादा उठापटक वार्ड क्रमांक 66 में है। यहां कुल 23 प्रत्याशियों ने अपने नामांकन भरे है। बागियों को मनाने के लिए बड़े नेता लगे हुए है। हालांकि कांग्रेस में ऐसी हलचल नहीं दिख रही है।
6 जुलाई को निगम चुनाव के लिए मतदान होना है। 22 जून अर्थात कल नाम वापसी होगी। भाजपा, कांग्रेस के बागियों ने इस बार चुनाव लड़ने की पूरी तैयारी की है। कई वार्डों में 30 से 40 वर्षों से पार्टी का काम कर रहे बागी परिवारवाद, बाहरी प्रत्याशी और अन्य बिंदुओं को लेकर खासे नाराज है। भाजपा में लगभग 28 बागियों ने नामांकन जमा किए थे जिसमें से 6 बागी मानने को तैयार नहीं है। कल नाम वापसी होगी ऐसे में आज रात तक ही बागियों को बैठाना होगा। विधानसभा 4 में भाजपा के प्रत्याशी भरत रघुवंसी का भी काफी विरोध है। संभवत: यहां भी कुछ बदलाव हो सकता है। इसी तरह कांग्रेस में 14 नेताओं ने बागी के रूप में नामांकन जमा किया है जिसमें से 10 नेता चुनाव लड़ सकते है। इस तरह से 15 से 17 नेता बागी के रूप में दोनों पार्टियों में अपनी ही पार्टी के प्रत्याशी के लिए सिरदर्द बनेंगे। कई जगह बागी प्रत्याशी जीत भी सकते है क्योंकि क्षेत्रीय होने के नाते वार्ड में उनकी जमीनी पकड़ है और वर्षों से जनता की सेवा में लगे है। बागियों ने अपना जनसंपर्क भी शुरू कर दिया है। इससे पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी के लिए अभी से मुसीबत शुरू हो गई है।
आज शाम तक कई बागियों को मनाने का दावा वार्ड क्रमांक 66 में कुल 23 प्रत्याशियों ने नामांकन जमा किए है। इसमें से एक दर्जन से अधिक प्रत्याशी बागी है। भाजपा ने कंचन गिदवानी को उम्मीदवार घोषित किया है जबकि यहां बाहरी होने के चलते काफी विरोध हो रहा है। वहीं कांग्रेस ने गुरजीत गिल को मैदान में उतारा है। इस वार्ड में अंकित यादव, तत्सम भट्ट, मुकेश सचदेवा ने नामांकन बागी के रूप में जमा किया है। वरिष्ठ कांग्रेस नेता राजेश चौकसे ने बताया कि कई वार्डों में हमें बागियों को मनाने में सफलता मिल चुकी है। कल नाम वापसी के दिन बागी अपना नामांकन वापस ले लेंगे और शाम तक अधिकांश वार्डों में कांग्रेस का अधिकृत प्रत्याशी ही मैदान में होगा। वरिष्ठ नेता भी इसके लिए पूरी तरह से प्रयासरत है।