नगर निगम ने एक करोड़ से ज्यादा के टैक्स बकायादारों की सूची तैयार की
पिंटू छाबड़ा, ब्रिलियंट ग्रुप सहित कई दिग्गजों के नाम, प्राधिकरण से भी ४४ करोड़ लेना है
इंदौर। नगर निगम आयुक्त के सख्त तेवर के बाद अब शहरभर में नगर निगम अपने टेक्स की वसूली को लेकर पूरी ताकत से उतरने जा रही है। कल भी आयुक्त ने वसूली में ढिलाई के कारण दो बीओ को निलंबित कर दिया है। इधर एक बार फिर शहर के बड़े बकायदारों की सूची तैयार की गई है। इसमे इंदौर विकास प्राधिकरण सबसे बड़ा देनदार है। वहीं इसके अलावा कई संभ्रांत कारोबारी भी सूची में शामिल हैं। नगर निगम के सूत्रों का कहना है कि इस बार बकायदारों के नामों की सूची चौराहों पर भी लगाने पर विचार किया जा रहा है। नगर निगम ने अपनी आर्थिक हालत मजबूत करने में जुटे नगर निगम इंदौर ने शहर के सौ सबसे बड़े बकायादारों की सूची बना ली है। अब इन सभी पर सख्ती की तैयारी हो रही है।
नगर निगम द्वारा जो जानकारी दी गई है उसके अनुसार बायपास पर बड़ी कॉलोनी काटने वाले सहारा ग्रुप भी बड़े बकायदारों में शामिल हैं। सहारा इंडिया कमर्शियल कार्पोरेशन और सहारा सिटी होम्स भिचौली पर ४४ करोड़ रुपये से ज्यादा की राशि बकाया है। इसके अलावा निहालपुरा मंडी में मो. युनूस की संपत्ति पर १२ करोड़ रुपये बकाया है। बैकों के साथ कई प्रकरणों मेें उलझे ब्रिलियंट कन्वेंशन के मुखिया संजय चौधरी की अलग अलग संपत्तियों पर भी ६ करोड़ रुपये से ज्यादा बकाया है। शिक्षण सोसायटी इस्लामिया करिमिया कॉलेज पर भी पांच करोड़ रुपये से ज्यादा बकाया बताये गये हैं। indore munsipal tax
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वहीं जेएमजी इन्फ्रा कुणाल झवेरी पर ४.५० करोड़ रुपये के अलावा सत्यसांई विद्या विहार पर २.७१ और चोइथराम फाउंडेशन पर ४ करोड़ रुपये बकाया है। इसके अलावा इंदौर में कई मॉल के मालिक पिंटू छाबड़ा की बेबीलोन कंपनी पर भी डेढ़ करोड़ रुपये के लगभग टैक्स बकाया है। साथ ही उनके परिवार में प्रभजोत कौर पर २.४३ करोड़ रुपये की राशि लेना शेष है। इसके अलावा यशवंत क्लब पर भी १.४१ करोड़ रुपये बकाया है। वहीं लर्न बाय फन चलाने वाले पुरुषोत्तम अग्रवाल पर भी २.२४ करोड़ रुपये बकाया है। वहीं पचास लाख से कम बकायादारों की सूची भी बनाई गई है। इनमे से कुछ बकायादारों के पिछले बार चेक द्वारा दिये भुगतान बाउंस होने का मामला भी सामने आया है। अगले दो माह नगर निगम अब बड़े बकायादारों के अलावा सामान्य कर वसूली के लिए भी नगर निगम में अलग अलग टीमें उतारना प्रारंभ कर रही है। उल्लेखनीय है कि कचरा कर वसूली के अलावा जलकर का भी करोड़ों रुपया बकाया है।