सांवेर रोड क्षेत्र में कैनोपी, बोर्ड लगाकर फिर प्लॉट के लिए लुभा रहे
एसडीएम ने पिछले दिनों की थी कार्रवाई, 51 हजार में बुकिंग का ऑफर
इन्दौर। जिले में अवैध कॉलोनियों को लेकर प्रशासन ने पिछले दिनों सख्ती की थी। शहरी इलाके मेें जहां धड़ल्ले से भूमाफिया अवैध कॉलोनी काट रहे हैं वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में भी किसानों से सस्ती जमीन खरीदकर महंगे प्लॉट काटे जा रहे हैं। बिना किसी अनुमति के कॉलोनी काटने में सांवेर रोड क्षेत्र में एसडीएम ने कार्रवाई की थी मगर अब फिर यहां सड़क किनारे कैनोपी, बोर्ड लगाकर लोगों को लुभाया जा रहा है। रविवार को आवास मेला भी लगता है।
दीपावली जैसे त्यौहार पर लोग संपत्ति की खरीदी भी खूब करते हैं। शहर के चारों ओर प्रापर्टी का काम करने वाले लोग सीधे साधे नागरिकों को लुभाने के लिए सक्रिय हैं और भूमाफिया, बिल्डर, कॉलोनाइजर प्लॉट बेचने के लिए कई तरह के लालच दे रहे हैं। रेरा पंजीयन, टीएनसीपी, नजूल, नक्शा मंजूरी, विकास अनुमति में कई बार गड़बड़ी होती है मगर लोगों को सारी मंजूरी है ऐसा कहकर मात्र 51 हजार में प्लॉट बुक करने के लिए कहा जा रहा है। बैंक से लेान की प्रक्रिया भी सरल बताई जाती है।
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रविवार को इसी तरह से अरबिंदों के आगे कई कॉलोनियों की कैनोपी, बोर्ड सड़के के दोनों ओर लगे रहे। प्रथम बसेरा नामक कॉलोनी पालिया के आगे बताई गई। 12 लाख 91 हजार में प्लॉट बेचा जा रहा है। इसके लिए 2 से 3 लाख रूपये का डाउन पेमेंट करने के लिए कहा रहा है। रेवती, कुमेड़ी, रिंगनोदिया, बारोली, लिंबोदागारी, बड़ा बांगड़दा, पालाखेड़ी सहित कई गांवों में कॉलोनियों का काम चल रहा है। कई जगह अवैध कॉलोनियां कट रही हैं जहां 8 से 10 लाख रूपये में 600 स्क्वेयर फीट का प्लॉट बेचा जा रहा है।
भवन अधिकारी नहीं करते कारवाई
नगर निगम में अवैध कॉलोनियों की कई शिकायतें लंबित हैं। शिकायतकर्ता आयुक्त, कॉलोनी सेल से लेकर झोनल अधिकारी, भवन अधिकारी को शिकायत करते हैं, मगर कार्रवाई नहीं की जाती है। जांच के बाद थाने पर कॉलोनाइजर के खिलाफ एपआईआर के लिए पत्र भेजा जाता है। अधिकारी बाद में यह भी नहीं देखते हैं कि एफआईआर हुई कि नहीं। इधर रिमूवल कार्रवाई भी नहीं की जाती है। झोन क्रमांक 4 में भागीरथपुरा क्षेत्र में इसी तरह कई अवैध कॉलोनियों की शिकायतें हैं।