बाजारों में जमकर बरसा धन, 1660 करोड़ का कारोबार
सोना-चांदी खरीदने के लिए रात तक लाइन में लगे रहे लोग
इन्दौर। पूरे साल में दीपावली के मौके पर ही सभी बाजारों में सबसे अधिक खरीदी, बिक्री होती है। गुरू पुष्य नक्षत्र के बाद धनतेरस पर कल शहर के बाजार सुबह से रात तक गुलजार रहे और देर रात तक जो आंकड़े आए उसके मुताबिक 1660 करोड़ का कारोबार हुआ। हर बाजार में जमकर धन बरसा। सोना चांदी की खरीदी के लिए एमजी रोड के शो रूमों पर तो रात 10 बजे तक भी लाइन लगी रही। इसी तरह सराफा बाजार, ऑटोमोबाइल, बर्तन बाजार में भी भीड़ उमड़ी रही। सबसे अधिक प्रापर्टी की खरीदी की गई। करीब 800 करोड़ की जमीन, मकान, प्लॉट, दुकान की खरीदी की गई। रजिस्ट्री के लिए शाम तक स्लॉट बुक होते रहे।
इधर ऑटोमाबाइल बाजार में हर मिनट 5 कार, 12 दोपहिया वाहनों की ब्रिकी हुई।प्रदेश की व्यासायिक राजधानी में वैसे तो हर त्यौहार पर करोड़ों का कारोबार होता है और सरकार को सबसे अधिक राजस्व भी यहीं से मिलता है। दीपावली पर इस बार सबसे अधिक व्यापार हुआ और देर रात तक बाजारों में धन बरसता रहा। सुबह 7 बजे से ही बाजार गुलजार थे। सराफा, ऑटोमोबाइल, बर्तन, इलेक्ट्रॉनिक बाजार में सबसे अधिक खरीदी की गई। धनतेरस पर संभवत पहली बार डेढ़ हजार करोड़ से अधिक का कारोबार हुआ। कुल 1660 करोड़ का कारेाबार कल हुआ। रात 11 से 12 बजे तक भी बाजारों में लोग खरीदी करते रहे। रजिस्ट्रार ऑफिस में संपत्त्ति की खरीदी के लिए पहले से ही स्लॉट बुक किये जा रहे थे और नंबर आने पर लोग जमीन, प्लॉट, मकान खरीदी के लिए पहुंच रहे थे। रात तक करीब 1 हजार संपत्तियों की रजिस्ट्री हुई और 13 करोड़ रूपये का राजस्व विभाग को मिला। इसी तरह रियल स्टेट क्षेत्र में कृषि भूमि में 100 करेाड़, प्लॉट में 300 करोड़, रो हाउस में 250 करोड़, व्यासायिक प्रापर्टी में 150 करोड़ के सौदे हुए। इस तरह प्रत्यक्ष, अप्रत्यक्ष रूप से 800 करोड़ का कारोबार हुआ।
टीवी, फ्रीज, वाशिंग मशीन पर 70 करोड़ खर्च
शहर में इलेक्ट्रॉनिक बाजार में भी कल जमकर रौनक रही। एमटीएच, जेल रोड, एमजी रोड पर सबसे बड़ा इलेक्ट्रॉनिक बाजार है। सुबह से रात तक टीवी, फ्रीज, वाशिंग मशीन, पंखे व अन्य सामान का करीब 70 करोड़ का कारोबार हुआ। यहां व्यापारियों ने रंगीन लाइट पहले से ही लगा रखी है। इसके अलावा मॉल और अन्य बाजारों में भी लोगों की भीड़ रही। देर रात तक धनतेरस की खरीदी होती रही। छोटे बाजारों में भी लोग अपनी हैसियत के हिसाब से खरीदी के लिए कल पहुंचे। मिक्सर मशीन, प्रेस भी लोगों ने खूब खरीदे।
कपड़ा बाजार में 12 करोड़ की खरीदी
शहर के होल्कार कालीन कपड़ा एमटीएच में कपड़े खरीदने वालों की भारी भीड़ रही। इसके अलावा सीतलामाता बाजार, राजबाड़ा के रेडिमेड बाजार व अन्य कपड़ा बाजारों में लोग दीपावली के लिए कपड़े खरदीने पहुंचे। लगभग 12 से 15 करोड़ का कपड़े का कारेाबार कल ह़ुआ। इसी तरह मॉल में जींस,शर्ट, कुर्ता, पायजामा खरीदने वालों की भी भीड़ उमड़ी। बाजारों में 500 से 700 के कपड़ों की भी कल खूब खरीदी हुई।
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हर मिनट 5 कार, 12 दोपहिया वाहन बिके
गुरू पुष्य नक्षत्र के बाद कल धनतेरस पर एक बार फिर वाहनों की जमकर खरीदी हुई। हर मिनट 5 कार और 12 दोपहिया वाहन शहर में बिके। अलग अलग कंपनियों के शो रूम पर पहले से ही लोगों ने बुकिंग कर रखी थी और अपनी बारी आने पर वाहन लेने पहुंचे। दशहरा पर भी इसी तरह से जमकर खरीदी हुई थी। जानकारी के अनुसार करीब 4 हजार से अधिक कारें, 12 हजार से अधिक दोपहिया वाहन कल बिके। इसके अलावा अन्य चार पहिया, तीन पहिया वाहन भी सैकड़ों की संख्या में बिके। लगभग 20 फीसदी व्यापार की वृद्धि ऑटोमोबाइल क्षेत्र में हुई। 520 करोड़ से अधिक का कारोबार कल इस क्षेत्र में हुआ है।
सराफा सहित अन्य सोना, चांदी बाजार में 250 करोड़ का व्यापार
प्रदेश के सबसे बड़े सराफा बाजार में सुबह से रात तक लगभग 200 करोड़ का सोना, चांदी, सिक्के, सिल्ली का कारोबार हुआ। माता लक्ष्मी की मूर्तियां भी इस बार खूब बिकी। इसके अलावा नंदा नगर व अन्य क्षेत्रों में सोना, चांदी की खरीदी के लिए बड़ी संख्या में पहुंचे। यह व्यापार करीब 50 करोड़ का कारोबार हुआ। छोटा सराफा, बड़ा सराफा में शाम से रात तक पैर रखने की जगह नहीं थी। राजबाड़ा के आसपास लोगों का हुजूम सुबह से ही उमडऩे लगा था। इसी तरह एमजी रोड पर सोना, चांदी, गहनों के शो रूम पर भी लोगों की लाइन रात तक लगी रही। शो रूम पर ग्राहकों को यहां ऑफर भी दिये गये। सराफा में लाल कारपेट इस बार भी बिछाया गया था।
बर्तन,मिठाई, पूजा सामग्री पर 25 करोड़ खर्च
दीपावली पर बर्तन बाजार में भी जमकर खरीदी हुई। हालंाकि राशि में आंकड़ा कम है। करीब 12 करोड़ के बर्तन लोगों ने खरीदे। इसी तरह साज सज्जा, पुजा सामग्री और मिठाई के कारोबार में 13 से 14 करोड़ रूपये का व्यवसाय हुआ। इसी तरह मावा की बिक्री भी कल खूब हुई। मारोठिया बाजार में पूजा सामग्री का बाजार सबसे बड़ा बाजार है जहां लोगों ने जमकर खरीदी की।