हरियाणा में उलटफेर, घाटी में कांग्रेस का परचम
सारे एक्जिट पोल पहली बार बुरी तरह मार खा गए, मतदाता अब सही स्थिति पर मौन रहते हैं
नई दिल्ली (ब्यूरो)। दो राज्यों में विधानसभा चुनाव के बाद आज सुबह से मतगणना प्रारंभ हुई जहां हरियाणा में पोस्टर बैलेट की गिनती में कांग्रेस ने बढ़त बनाई थी परंतु ईवीएम खुलते ही कांग्रेस जहां पीछे होना शुरू हुई तो भाजपा ने एक बार फिर बढ़त बनाना शुरू कर दी। अब दोपहर 11.30 बजे तक भाजपा बहुमत के साथ 48 सीटों पर आगे बनी हुई है। हालांकि कांग्रेस का वोट अभी भी भाजपा से 5 प्रतिशत ज्यादा बना हुआ है। वहीं जम्मू-कश्मीर में नेशनल कांफ्रेंस और कांग्रेस ने बहुमत हासिल कर लिया है। कांग्रेस अभी भी हरियाणा में सरकार बनाने की उम्मीद कर रही है।
हरियाणा और जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव को लेकर दोनों ही राज्यों की 90-90 सीटों को लेकर पिछले दिनों एक्जेट पोल में कांग्रेस को यहां 60 से ज्यादा सीटें बताई जा रही थी। वहीं जम्मू-कश्मीर विधानसभा में भी कांग्र्रेस को बढ़त नेशनल कांफ्रेंस के साथ बताई गई थी। परंतु आज सुबह जब हरियाणा के परिणाम आना प्रारंभ हुए तो सारे रुझान बदलते चले गए। उल्लेखनीय है कि हरियाणा में लोकसभा चुनाव में कांग्रेस और भाजपा दोनों को ही 5-5 सीटें मिली थी। इसके अनुसार अभी भी लोकसभा चुनाव परिणाम को देखा जाए तो भाजपा 45 सीटों पर अभी भी आगे बनी हुई है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भूपेन्द्र हुड्डा ने दावा किया है कि परिणाम ऊपर-नीचे भले ही हों, पर सरकार अंत में कांग्रेस की ही बनना तय है।
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इधर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने आज महासचिवों की बैठक अगले दो राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर बुलाई है। वहीं जम्मू-कश्मीर में आ रहे रुझानों के बाद जहां भाजपा ने जम्मू में भी इस बार सीटें खोई है। यहां कांग्रेस को 8 सीटें मिली है। वहीं नेशनल कांफ्र्रेंस ने घाटी में बेहतर परिणाम दिए हैं। वहीं पिछली बार भाजपा के साथ समझौता कर सरकार बनाने वाली महबूबा मुफ्ती को इस बार भारी नुकसान उठाना पडा है। और उन्हें 6 सीटों पर ही सफलता मिल पाई है। राशिद इंजीनियर की पार्टी को भी 2 सीटों पर ही सफलता मिली है। फारूख अब्दुल्ला की लोकप्रियता अभी भी घाटी में बनी हुई है। भाजपा के धारा 370 हटाने को यहां पर स्थानीय नागरिकों ने नकार दिया है।