sulemani chai: गोलू की कावड़ में सबकी दुकान…. चाचा और पठान की यारी…

खजराना मेें भी अंध भक्तो की कमी नही...मजलिस मेें इत्तेहाद की कमी...

गोलू की कावड़ में सबकी दुकान

गोलू 22 बरसो से कावड़ उठा रहे है और इतने ही सालो से उनसे मोहब्बत रखने वाले कावड़ के स्वागत का मंच लगाते आ रहे है। जिसमें मुस्लिम समाज के लोग भी शामिल हैं, पुराने दौर मे मुबारक खान, इस्माइल खान,राऊ से सर, शामिल थे वही अब यू पी में योगी के फरमान के बाद गोलू की मोहब्बत की दुकान पर कोई असर नही पढ़ा बल्कि इसमें कावाडियो के इस्तकबाल के मंच में इज़ाफा ही हूवा है, जिसमें शामिल हो गए है यूसुफ पहलवान, इस्सू पठान, यूसुफ अंसारी, मंजूर बेग,मंजूर एहमद दोनों मे गोलू को कौन मंजूर है और कौन न मंजूर ये तो वो ही जाने।इसी के साथ गोलू की छाव में बहादुर बनने वाले पठान स्वागत मंचों से गायब रहे।

चाचा और पठान की यारी…

सियासत में कोई दोस्ती या दुश्मनी स्थाई नहीं होती..पर मोर्चे के चाचा का मोर्चे के पठान को देखते ही दर्द चालू हो जाता हैं। महफि़लो मे दोनों एक दूसरे को देखकर ऊपर से तो मुस्कुराते है पर मन ही मन कस मसाते है। दोनो के आमने सामने आते ही लोगों के चेहरे भी खिल जाते है,और चाचा की चुटकी लेते है,जिस पर चाचा अपना दर्द बया करने लगते है,, लोग कहते है आखिर चाचा का ज़ख्म भरता क्यों नही ,, या पठान भरने नही देते,,

खजराना मेें भी अंध भक्तो की कमी नही…

खजराना के वार्ड 39 मे भी समझदारो की रेलम पेल है, बारिश मे जहाँ सभी पानी, ड्रेनेज़ और गड्डो सेपरेशान हो कर तबैले को कोसते है। और अगले चुनावी सत्र मे हिसाब बराबर करने की बात करते है, वही जब चुनाव आते है सारे गम परेशानी, बेइज्जती भूल कर फिर गलती करते है, अब साहब एक गलती को पांच साल तो भुगतना ही पड़ता है। इन्हें अंधभक्त नही कहेंगे तो क्या कहेंगे….

मजलिस मेें इत्तेहाद की कमी…

इन्दौर मे अवैसी की पार्टी मे मजबूती के पहले ही बिखराव शुरू हो रहा है। पार्टी के ही कार्यकर्ता शोशल मिडिया पर एक दूसरे की कब्र खोद रहे है। जिससे अब कोर कमेटी और प्रदेश कमेटी एक्शन मोड़ मे आ गई है। और रोज एक दो लोगो को पार्टी से निष्काषित किया जा रहा है। अब साहब शहर भर मे पार्टी का एक पार्षद तो है नही और अभी से एक गुट बाजी शुरू हो गई है। इसे कहते है गांव बसा नही ओर,,,,,, बाकी तो आप समझ सकते है….
९९७७८६२२९९

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