Exclusive: लालबाग पैलेस : जीर्णोद्धार के बाद अब बिजली का ट्रायल शुरु
पैलेेस में सुधार को लेकर कई जगह इमारत में कीलें ठोक दी
इंदौर। शहर की ऐतिहासिक इमारतों में पिछले कई सालों से रिनोवेशन के नाम पर करोड़ों रूपए खर्च कर दिए गए हैं। इस दौरान कई जगह ऐसे कार्य भी कर दिए गए हैं जिससे इन इमारतों के अस्तित्व पर आने वाले समय में खतरा मंडरा सकता है। इसके लालबाग पैलेस में चल रहे रिनोवेशन के दौरान कई जगह से ड्रील कर कीलें लगा दी गई हैं। जो आने वाले समय में इमारत के लिए खतरा साबित हो सकती हैं।
पुरातत्व विभाग व स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत लालबाग पैलेस के रिनोवेशन का कार्य पिछले कई सालों से किया जा रहा हैं। इस दौरान लाल बाग पैलेस की विद्युत सज्जा के लिए पैलेस के एक और से केबल लगाई जा रही हैं, जिसके लिए ड्रील मशीन से ड्रील कर रहे हैं।
मशीन से ड्रील करने के कारण होने वाले घंर्षण से इमारत को निकट भविष्य में नुकसान पहुंच सकता हैं। बाउजूद इसके यहां पर बड़े पैमाने पर मशीन से ड्रील कर केबल लगा दी गई हैं। Lalbagh Palace
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जिसके पूरा पैलेस विद्युत सज्जा से जगमगाया जा सकें। इससे आने वाले समय में पैलेस की सुंदरता तो निखरेगी मगर इमारत भी कई जगह से खोखली होने के कारण इसमें बारिश के दिनों में पानी रिसने का खतरा बड़ गया हैं। Lalbagh Palace
मगर अब पैलेस के बाहार रोशनी होने इसकी सुंदरता और अधिक बड़ जाएगी। इस ऐतिहासिक पैलेस का निर्माण तीन चरणों में सन 1886 से 1921 के बीच हुआ था। आजादी के बाद से यहां रिनोवेशन के नाम पर करोड़ों रूपए खर्च कर दिए गए हैं। कभी पैवर ब्लाक लगाने के नाम पर तो कभी सड़क बनाने के नाम पर।
इस तरह फैली हुई योजनाएं…
पैलेस के बाहर पहले सड़क बनाई, फिर उखाड़ कर पैवर ब्लाक लगाए अब इन्हें भी उखाडऩे की योजना बनाई जा रही हैं।
लालबाग सूत्रों ने दैनिक दोपहर की टीम को बताया कि लालबाग परिसर में बगैर सोचे समझे करोड़ों रूपए खर्च कर बनाई बनाई थी।
जब इस सड़क के कारण बारिश का पानी पैलेस की की नींव को खोखला करने लगा तो उसे तोडऩे की योजना बनाकर उस पर भी लाखों रुपए खर्च कर दिए। अब यहां पर लगे पैवर ब्लाक भी उखाडऩे के लिए जल्द ही टेंडर जारी किए जाएंगे। जिस पर लाखों रूपए फिर से खर्च होने हैं।
News By – Dharmendra Chouhan