इंदौर। विधानसभा चुनाव में क्षेत्र क्रं. 1 में होन जा रहे चुनाव प्रदेश के सबसे हाई प्रोफाइल चुनाव में गिने जा सकते हैं। वजह यह है कि यहां से कांग्रेस के विधायक संजय शुक्ला के सामने भाजपा व्दारा पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय को मैदान में उतारा गया है। इसके चलते यहां रोमांचक मुुकाबले की संभावना है। इस संबंध में जब इस प्रतिनिधि ने शुक्ला से चर्चा की तो उनका कहना था कि कैलाश जी बड़े नेता हैं। उन्हेें जनता के सामने हाथ जोड़ने में शर्म आती है। जनता इस का जवाब देगी। मैं तो क्षेत्र क्रमांक 1 का बेटा हूं और बेटे की हैसियत से जनता की सेवा कर रहा हूं।
< विधानसभा में कैलाश विजयवर्गीय के सामने आपकी क्या रणनीति है ?
८विजयवर्गीय बड़े नेता है। मुझे मेरे क्षेत्र की जनता पर भरोसा है। मैंने पिछले पांच सालों में 17 हजार लोगो के दुख में उनके घर बैठने गया हूं। कोरोना कॉल में दवाई से लेकर अन्न तक जो जरूरत जनता को थी , वो मदद की है और आज भी करता हूं। मैंने काम किया है और पूरे समय सक्रिय हूं। जनता मेरी भगवान है और मैं सेवक ।
< आप क्षेत्र में भोजन भंडारे करते रहे हो और अभी भी यह जारी है। इससे आपको क्या फायदा मिलेगा ?
८ मैं ब्राह्मण समाज से हूं और धर्म और कर्म में मेरा पूर्ण विश्वास है। जनता से इस कारण सीधे जुड़ाव रहता है। क्षेत्र के लोगों से मिलना जुलना और उनकी समस्या भी मालूम पड़ जाती है। उसका हल करने में लग जाता हूं।
८ मेरे क्षेत्र में पानी की बड़ी समस्या थी । उसको मैंने हल किया । आज छह सौ बोरिंग करवा दिए है, कलेक्टर ऑफिस के रिकॉर्ड से आप निकलवा सकते है, क्योंकि मैंने वही से अनुमति लेकर बोरिंग किए है। छह पानी की टंकियां बनवाई और उन टंकियों से लाइन बिछाने का काम किया। आज क्षेत्र में पानी की समस्या काफी हद तक समाप्त हो चुकी है। इसके अलावा सड़के, ड्रेनेज और स्ट्रीट लाइट का काम किया है। ड्रेनेज का काम अभी भी कई वार्डो में चल रहा है।
< आपका पूरा परिवार भाजपा में है, इस मात्र आपको छोड़कर। ऐसे में आप कैसे इस चुनाव को मैनेज करेंगे?
८ मेरा पूरा परिवार मेरे दुख और सुख में मेरे साथ है । पिछले चुनावमे भी था और इस चुनाव में भी रहेगा। मेरा क्षेत्र भी मेरा परिवार है जो मेरे साथ खड़ा है। मैं क्षेत्र में उनके साथ खड़ा हूं और रहूंगा।
< कैलाश विजयवर्गीय ने जनता के हाथ जोड़ने से मना और कार्यकर्ताओं को अपशब्द कहे, उस पर आपका क्या कहना है?
८ कैलाश से कैलाश जी उनको जनता ने बनाया है। आज वो अपने आप को जनता से बड़ा बता रहे है। जब जनता के हाथ जोड़ने से उनको शर्म आ रही है तो जनता इसका जवाब देगी। मेरे लिए मेरी जनता और कार्यकर्ता भगवान है और उनका सेवक। भाजपा में कैलाश जी अपने कार्यकर्ता को श्वान समझते है । यह उनके संस्कार है। इसमें में कया कहूं। यह उनके कार्यकर्ताओं को समझना चाहिए कि अभी चुनाव जीते ही नहीं है और कार्यकर्ताओं का अपमान कर रहे है।
< चुनाव के परिणाम को लेकर आपका क्या सोच है ?
८चुनाव , मैं एक वोट से जीत हो या दस हजार वोट से। मेरे लिए वो एक लाख वोट की जीत होगी।