Big News: 37 प्रतिशत कम हो गए आयकर भरने वाले
7 करोड़ 40 लाख में से 5 करोड़ 16 लाख ने भरा शून्य रिटर्न
नई दिल्ली (ब्यूरो)। एक ओर जहां सरकार आयकर दाताओं की संख्या बढ़ाने के लिए सारे प्रयास कर रही है वहीं पिछले साल आयकर रिटर्न भरने वालों की संख्या में 37 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है। इस साल आयकर रिटर्न 30 जुलाई तक भरे जाने हैं, इसके बाद यह पता लगेगा की और कितने आयकरदाता कम हो रहे हैं।
दूसरी ओर पिछले साल आयकर रिटर्न भरने वालों की संख्या 7 करोड़ 40 लाख थी, इसमें से 5 करोड़ 16 लाख लोगों ने शून्य टैक्स भरने का रिटर्न दाखिल किया। आंकड़े बता रहे हैं कि महंगाई, बेरोजगारी और आय में कमी के कारण मध्यम वर्ग का वह हिस्सा जो टैक्स भरने में सबसे आगे है वह तेजी से सिकुड़ता जा रहा है। दूसरी ओर जो दो करोड़ 25 लाख लोग आयकर भर रहे हैं उनमें भी 25 हजार तक टैक्स भरने वालों की संख्या बेहद कम है। कोरोना के पहले और कोरोना के बाद टैक्स भरने वालों की संख्या में लगातार गिरावट बढ़ती जा रही है।
संसद में दी गई जानकारी में वित्त मंत्री ने बताया कि देश की कुल आबादी में से टैक्स देने वालों की संख्या बेहद कम है। इनमें भी जो रिटर्न भर रहे हैं उनमें 70 प्रतिशत किसी भी प्रकार का टैक्स नहीं दे रहे हैं। यानी शून्य टैक्स का रिटर्न भर रहे हैं। Big News: Income tax payers reduced by 37 percent
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जो 30 प्रतिशत टैक्स भर रहे हैं उनमें भी बड़े टैक्स भरने वालों की संख्या में इजाफा नहीं हो रहा है। पिछले 4 वर्षों में टैक्स भरने वालों की संख्या में 33 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है। वर्ष 2019-20 में टैक्स भरने वालों की संख्या 3 करोड़ 50 लाख थी जो वर्ष 2021-22 में घटकर 2 करोड़ 40 लाख रह गई। 5 करोड़ 16 लाख लोग केवल कागजी प्रक्रिया के लिए शून्य रिटर्न भर रहे हैं। इनके रिकार्ड संभालने में ही विभाग की बड़ी राशि खर्च हो रही है।
कम टैक्स भरे जाने को लेकर आयकर विभाग के उच्च अधिकारियों का कहना है कि सरकारी कर्मचारियों के अलावा मध्यमवर्गीय परिवारों ने ही आयकर रिटर्न भरे जाने को लेकर तैयारी होती है। परंतु मध्यम वर्ग की आय में लगातार गिरावट और बेरोजगारी बढ़ने के अलावा महंगाई के अलावा भी अब टैक्स भरने वालों की संख्या कम हो रही है। Big News: Income tax payers reduced by 37 percent
जो टैक्स भर रहे हैं उनमें भी छन्ना लगाया जाएगा तो 25 हजार रुपए से ज्यादा टैक्स भरने वालों की संख्या लाखों तक ही होगी।
1 लाख से अधिक नोटिस जारी
आयकर विभाग अब उन तमाम लोगों को निशाने पर ले रहा है जिन्होंने फर्जी बिल लगाकर आयकर से छूट लेने का काम किया था। पिछले 4 सालों के रिटर्न जांचने के बद अब आयकर विभाग देशभर में बड़े पैमाने पर नोटिस भेजकर नए सिरे से 6 साल का असिसमेंट कराए जाने को लेकर बुला रहा है। इसमें वे भी शामिल हैं जिन्होंने इलाज को लेकर या अन्य प्रकार के खर्च दिखाकर आयकर में छूट ली थी। बताया जा रहा है इस साल 5 लाख से अधिक लोगों को आयकर विभाग के नोटिस मिल चुके रहेंगे।