आर.के. स्टूडियों के भिया ने पिछले दिनों एक बयान देकर पूरे शहर की भाजपाई राजनीति में उथल-पुथल मचा दी है। उनकी नई फिलिम आ गई है। उन्होंने कहा था कि मैं इतना बुढ़ा नहीं हो गया हूं कि चुनाव नहीं लड़ सकता। भिया जब बोलते है तो फिर तैयारी में भी लग जाते है। उनके बयान के बाद अन्य विधानसभाओं में भी नये समीकरण तैयार होने लगे है। दादा दयालु जो अभी तक दो नंबर क्षेत्र के रखवाले थे उन्होंने भी क्षेत्र क्रमांक 5 के बूथ स्तर पर सारी जानकारियां निकलवाना शुरु कर दी है। यानी नई पिक्चर कहां लगेगी इसे लेकर अन्य क्षेेत्रों में भी गणित गड़बड़ा रहे हैं। वैसे वे क्षेत्र क्रमांक 1 में भी कुछ समय पहले साधु-संतों के माध्यम से चूना डालकर आ गये थे।
इसलिए अब माना जा रहा है आर.के.स्टूडियों का विस्तार बड़े पैमाने पर हो सकता है। दो नंबर क्षेत्र के लोगों को शुद्ध घी के साथ शुद्ध भोजन का आनंद लंबे समय तक दिलवाने वाले दादा अब क्षेत्र क्रमांक 5 में यदि विराजित होते हैं तो यहां भी अब वह सारे आनंद उपलब्ध होंगे जो क्षेत्र क्रमांक 2 में थे। वैसे भी इन दिनों भाजपा के कारोबारी नेता कहते है जो मजा दो नंबर में काम का है वह 1 नंबर में कहां है। हालांकि कुछ धार्मिक आयोजन दो से पांच में गये वार्डोंमें पहले से ही ट्रायल टेस्ट पर शुरु किये जा चुके हैं। इधर नये समीकरण के चलते तीन नंबर में नई स्थिति बनने जा रही है।
5 के नए कलाकार यानि दावेदार गौरव बाबू की फिलिम का रायता फैलना अब तय हो गया है। इन सब के बाद भी बाबा के समर्थकों का कहना है कि दिल्ली से हुए सर्वे में अभी भी बाबा भारी है। अब यह तो समय बताएगा कौन भारी है और कौन हल्का हो गया है। इधर महू से दीदी भी इसी चौघड़िया का इंतजार कर रही थी। उनने भी अपना सुटकेस तैयार कर लिया है और गाने बजने की तैयारी भी शुरु हो गई है… छोड़ आये हम वो खलिहान। इधर भी गाने बज रहे हैं आ अब लौट चले…
दिग्गी ने गली में ही ले लिए चार रन…
लंबे समय बाद एक बार फिर इंदौर के नगर अध्यक्ष को लेकर शानदार तरीके से गली में बाल खेलते हुए हुनरबंद क्रिकेट खिलाड़ी और राजनीति की 64 कलाओं के पारंगत दिग्विजयसिंह ने सुरजीतसिंह चड्ढा को यह पद दिलवा दिया। दूसरी ओर इंदौर के ताकतवर कहे जाने वाले नेता जीतू पटवारी से लेकर सज्जन वर्मा तक इस नियुक्ति में गच्चा खा गये। पूर्व अध्यक्ष विनय बाकलीवाल को तो दो कार्यक्रम में दिग्विजयसिंह अपने साथ लेकर घूमे थे इसके बाद उन्होंने तो पूरी तरह से घंूघरू बांध लिये थे और दावा कर रहे थे कि वे घूंघरू बाबू हो गये हैं।
इधर जीतू पटवारी और शोभा ओझा दिल्ली तक अपनी ताकत का परिचय देते हुए अरविंद बागड़ी को अध्यक्ष पद पर स्थापित करने को लेकर निश्चिंत थे। होल्ड होने के बाद भी उनका दावा था कि होगा यही परंतु दिग्गी राजा ने बता दिया कि सही समय पर सही गेंद आने पर ही खाली गली देखकर शानदार तरीके से चार रन लिये जा सकते हैं। अब यूं तो कांग्रेस के ही कई नेता उन्हें इंदौर पर भारी कहते है तो दूसरी ओर उनके चिरंजीव इन दिनों कांग्रेस के इंदौर प्रभारी है। बहुत कम लोग जानते होंगे दिग्गी राजा इंदौर के जीएसआईटीएस की क्रिकेट टीम के कप्तान भी रहे है। कृपा पंडित जी के बाद एक बार फिर शहर में नगर अध्यक्ष पर अपना परचम लहराकर उन्होंने सिद्ध कर दिया हम हम है बाकि सब चार इंच कम है। funny news politics