इंदौर। शहर के बड़े भूमाफिया और जेल में बंद जमीनों के जालसाज दीपक मद्दा के पार्टनर अरुण गोयल उर्फ अरुण मामा दुबई में बैंक के साथ धोखाधड़ी और डिफाल्टर के मामले में फंस गये है। अपने दो साथियों के साथ बिना परिवार यहां आनंद मंगल के लिए पहुंचे अरुण मामा को दुबई कानून के तहत हिरासत में ले लिया गया है। उन पर दुबई में उद्योग लगाने के नाम पर करोड़ों रुपये का लेनदेन और बैंक के साथ हेराफेरी का मामला यहां दर्ज था। अरुण मामा का पासपोर्ट जब्त कर लिया गया है। अरुण मामा के साथ गये इंदौर के एक ओर जमीन कारोबारी पिंटू छाबड़ा और कमलनाथ सरकार में रहे ताकतवर सलाहकार बमुश्किल हांथपांव जोड़कर भारत आ गये है। अरुण मामा पर इंदौर में भी दीपक मद्दा के साथ जमीनों की जालसाजी में हिस्सेदार माना जाता है। ईडी ने पहले से ही अरुण मामा की दो संपत्ति अटैच कर रखी है। वहीं अरुण मामा ने करतार गृहनिर्माण संस्था में सदस्यों के भूखंडों को नियमों के विपरित जाकर नया नक्शा पास करवाने के बाद बड़ी जालसाजी की थी। १० जुलाई को अरुण मामा पर ईडी भी बड़ी कार्रवाई की तैयारी कर रहा था।
सूत्रों के अनुसार अरुण मामा उर्फ अरुण गोयल पर इंदौर में भी कई मामलों की जांच चल रही है। अरुण मामा, दीपक मद्दा के साथ कई जमीनों की जालसाजी में प्रमुख भूमिका में रहा है। इसमे सबसे ज्यादा करतार गृहनिर्माण संस्था का मामला है जहां संस्था के सदस्यों के हित की डेढ़ लाख वर्गफीट जमीन नियमों के विपरित जाकर समता कंस्ट्रक्शन में उतार ली थी। दूसरी ओर यहां पर सदस्यों को बेचे गये भूखंड की रजिस्ट्री के बाद भी नया नक्शा गलत जानकारी देकर पास कराया था। इसके अलावा पिछले दिनों पिंटू छाबड़ा के साथ एक बड़ी हिस्सेदारी में अपने माल के अंदर अवैध रुप से दुकानें निकालकर बेचने का काम भी किया था। जबकि नगर निगम से इसका नक्शा भी पास नहीं कराया गया था। इधर अरुण मामा पिंटू छाबड़ा और एक अन्य अधिकारी के साथ पिछले दिनों दुबई यात्रा पर गये थे।
इस दौरान वे यहां दोनों के साथ आनंद मंगल के लिए पहुंचे थे परंतु लंबे समय से अरुण मामा की दुबई पुलिस को जालसाजी और हेराफेरी के मामले में तलाश थी। अरुण मामा के दुबई पहुंचते ही दो दिन बाद हिरासत में ले लिया गया। करोड़ों रुपये का लोन लेकर अरुण मामा ने यहां पर उद्योग में हिस्सेदारी की थी। बाद में अपने हिस्से का पैसा निकालकर लापता हो गये थे। जो जानकारी सामने आ रही है उसके अनुसार अरुण मामा उर्फ अरुण गोयल को दुबई पुलिस ने हिरासत में लेते हुए पासपोर्ट भी जब्त कर लिया है। इधर १० जुलाई को अरुण मामा शहर के ३० से अधिक भूमाफियाओं को लेकर थाईलैंड में जन्मदिन बनाने को लेकर बड़ी होटल तक बुक करवा चुके थे। इस बीच ईडी भी अरुण मामा पर कार्रवाई को लेकर अपनी तैयारी शुरु कर चुकी थी। अब ईडी को अरुण मामा के वापस लौटने का इंतजार है। पिछले दिनों ईडी को पूछताछ के दौरान दीपक मद्दा ने भी कई जानकारियां दी थी। इसमे यह भी बताया था कि अरुण मामा को भाजपा के कौन से ताकतवर नेताओं का संरक्षण है। जो अभी भी सक्रिय है दूसरी ओर कमलनाथ सरकार के ताकतवर अधिकारी जो दुबई से पिंटू छाबड़ा के साथ वापस लौट आये है वे भी शहर में कुछ बोलने को तैयार नहीं है।