गुस्ताखी माफ़: और सब खड़े-खड़े गुबार देखते रहे….कथा के पहले महाभारत की तैयारी….नगर अध्यक्ष और मामा के पैतरे…
और सब खड़े-खड़े गुबार देखते रहे….
bjp indore latest news सांवेर में लम्बे समय से एक बेहतर उद्यान की राह देख रहे नागरिकों को आज सौगात मिलने जा रही है। दूसरी ओर यहां भाजपा के कई दिग्गज नेता यह मानकर चल रहे थे कि इस उद्यान का नामकरण सांवेर के दिग्गज नेता रहे प्रकाश सोनकर के नाम पर किया जा सकता है। इसके अलावा और भी कई भाजपा नेता जिनका सांवेर को लेकर समर्पण रहा, उनके नाम पर हो सकता है परंतु कल शाम जब इसके नामकरण को लेकर भोपाल से पत्र आया तो भाजपाइयों के हाथ-पांव ठंडे पड़ गए।
यहां पर उद्यान का नामकरण कांग्रेस के वरिष्ठ नेता स्व. माधवराव सिंधिया के नाम पर कर दिया गया। सिंधिया के नाम पर किए गए नामकरण को लेकर कांग्रेसियों में खुशी की लहर है तो भाजपाई दबी जुबान से इस मामले को हजम कर रहे हैं। कांग्रेसी कह रहे हैं कि आज भी भाजपा में कांग्रेस की जड़ें भाजपाइयों से ज्यादा मजबूत है तो दूसरी ओर भाजपा के तमाम दिग्गज नेता आज स्व. प्रकाश सोनकर के किए गए कार्यों के कारण यहां पर अपनी रोटी सेंक रहे हैं। वे किस तरह यहां कमजोर हो चुके हैं कि राष्ट्रीय स्तर के कांंग्रेस नेता के नाम पर सांवेर में एक एकड़ के उद्यान का नामकरण भी अटल बिहारी वाजपेयी से लेकर प्रकाश सोनकर तक किसी के नाम नहीं करवा पाए।
कथा के पहले महाभारत की तैयारी
क्षेत्र क्र. 1 में संजू बाबू अपनी जमीन मजबूत करने के लिए अब दो नंबरी गुरु दादा दयालु के पदचिन्हों पर चलते हुए पंडित प्रदीप मिश्रा की टोटके भरी कथा का आयोजन दलालबाग में करने जा रहे हैं। इस बीच कथा के लिए जगह कम होने को लेकर उनके शिष्यों ने यहां पर रामकृष्ण आश्रम पर स्थित मंदिर और फिजियोथैरेपी सेंटर के अलावा स्कूल बंद कराने को लेकर भी सूचना जारी कर दी है। वहीं दूसरी ओर मंदिर और स्कूल की सुरक्षा के लिए बनी दीवार को तोड़कर भी यहां बड़ा पार्किंग बनाने को लेकर बाणगंगा के प्रतिभाशाली पहलवान अपना काम प्रारंभ कर चुके हैं।
यह बात स्कूल में पढ़ रहे सैकड़ों बच्चों के परिवारों को भी हजम नहीं हो रही है तो दूसरी ओर यहां पर चल रहे फिजियोथैरेपी सेंटर में नि:शुल्क इलाज कराने वाले मरीज भी संतुष्ट नहीं हैं। वहीं मंदिर ट्रस्ट इस मामले में अपने आपको किसी विवाद में नहीं डालना चाहता है तो दूसरी ओर इस कथा को लेकर अकारण की जा रही दादागिरी भी भाजपा के भी नेताओं को मैदान में उतारने के लिए काफी है। सूत्र बता रहे हैं कि यदि मंदिर प्रांगण और स्कूल बंद करवाकर कथा करवाने को लेकर यहां पर कुछ भी होगा तो यह तय है पंडित प्रदीप मिश्रा तो कथा होने पर टोटके बताएंगे जबकि बैठे-बिठाए कथा के पहले यहां महाभारत शुरू हो जाएगी। कुलीन परिवारों के संतों का मानना है कि किसी भी शुभ कार्य के लिए सबका आशीर्वाद होना चाहिए। ऐसी किसी कथा का महत्व नहीं रहता जो किसी को कष्ट पहुंचाए। bjp indore latest news
नगर अध्यक्ष और मामा के पैतरे…
भाजपा की राजनीति में अब भगतों की भक्ति का समापन कार्यक्रम शुरू हो गया है। दूसरी ओर लम्बे समय से मामा चाहकर भी अपने किसी प्रेमी को इंदौर में स्थान दिलाने में सफल नहीं हो पा रहे हैं। इस बार पद खाली होते ही मामा अपने हुनर के अनुसार गली में एक-एक दो-दो रन लेकर अपना काम निपटा लेंगे। किसी जमाने में भाजपा में फैसले संगठन के आधार पर होते थे। अब श्रेय और प्रेय के आधार पर यहां सारे निर्णय हो रहे हैं। हो यह रहा है कि मामा एक भी पद पर इंदौर में किसी को स्थापित नहीं कर पा रहे हैं और उनके सपनों का शहर होने के बाद भी दूसरों के सपनों में जा रहा है। अगर देखा जाए तो प्राधिकरण अध्यक्ष जयपाल चावड़ा हो या गौरव रणदिवे सभी भगत की भक्ति के द्वारा ही यहां तक पहुंचे हैं। तो दूसरी ओर इस बार महापौर पर उनके उम्मीदवार डॉ. निशांत खरे को वे चाहकर भी मैदान में नहीं उतार पाए। bjp indore latest news
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