Peace Point Township: पीस पाइंट टाउनशिप में सरकारी जमीन-नाला दोनों बेच दिए
500 से अधिक प्लाट होल्डर छाबड़ा की शिव रेसीडेंसी और महालक्ष्मी धाम में उलझे हुए हैं
इंदौर Peace Point Township। शहर के जमीनी कारोबार में जिला प्रशासन की सख्ती के बाद जहां नए मामलों में अब धोखाधड़ी की गति लगभग रुक गई है तो वहीं पुरानी कॉलोनियों और टाउनशिप में अभी भी कई प्लाट खरीदने वाले उलझे हुए हैं। रजिस्ट्री के बाद भी टाउनशिप में प्लाट होल्डरों को प्लाट नहीं दिए जा रहे हैं। इधर प्लाट होल्डरों ने अपने स्तर पर जब जानकारी लेनी चाही तो पता लगा कि उन्हें सरकारी जमीन पर प्लाट दे दिए गए हैं और इसी के साथ नाले को भी समाप्त कर प्लाट बेचे गए हैं।
अब यह मामला 100 करोड़ से ज्यादा की धोखाधड़ी का हो गया है। खंडवा रोड पर पीस पाइंट के नाम पर काटी गई कॉलोनी में यह धोखाधड़ी हुई है। प्लाट होल्डरों के साथ धोखाधड़ी करने वाले इसके पूर्व शिव रेसीडेंसी पर भी जालसाजी से बिना विकास किए 120 एकड़ जमीन मुक्त करवा चुके हैं, जिसकी डायरियां बाजार में घूम रही है।
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इन सभी टाउनशिप का कर्ताधर्ता एक ही जालसाज है, जिसका नाम हरमिंदरसिंह पिता दौलतराम छाबड़ा बताया जा रहा है।
खंडवा रोड पर 400 एकड़ से अधिक जमीनों पर की गई लम्बी धोखाधड़ी में 1000 से अधिक प्लाट होल्डर उलझ गए हैं। शिव रेसिडेंसी के साथ ही पीस पाइंट के नाम से तीन अलग-अलग टाउनशिप में जो प्लाट बेचे गए हैं उनमें से अब प्लाट होल्डरों को जो जानकारी मिल रही है उसके अनुसार यहां पर बड़ी तादाद में सरकारी जमीन पर भी प्लाट देने के साथ ही नाले पर भी कब्जे तक प्लाट काट दिए गए हैं।
पीस पाइंट और शिव रेसीडेंसी की 200 एकड़ जमीन पर बिना अनुमति के बनाई गई कॉलोनी के प्लाट होल्डरों को धमकाया भी जा रहा है। हरमिंदरसिंह छाबड़ा लम्बे समय से इस क्षेत्र में जमीनों के नाम पर बड़ी धोखाधड़ी कर रहे हैं। पीस पाइंट में अलग-अलग टुकड़ों में 10 एकड़, 20 एकड़ और 50 एकड़ में तीन टाउनशिप बनाई गई है।
इसमें से बड़ा हिस्सा नागपुर की एक कंपनी के साथ मिलकर बेचा गया था, उनके प्लाटों की भी रजिस्ट्री छाबड़ा करने के लिए अब तैयार नहीं है। हर प्लाट पर अलग से पैसा मांगने के साथ बिजली, टीएनसी अनुमति और कैपिटल गैन भी मांगा जा रहा है। उल्लेखनीय है कि छाबड़ा शिव रेसिडेंसी के नाम पर 120 एकड़ जमीन बिना विकास किए शासन के पास गिरवी रखे प्लाटों को छुड़ाने के साथ बेचने में भी सफल हो गए।
छाबड़ा द्वारा महालक्ष्मी धाम में भी 150 से अधिक प्लाट होल्डरों को प्लाट देने के लिए तैयार नहीं है। इनमें से अब कुछ लोग जिला प्रशासन से भी मदद की गुहार कर रहे हैं। दूसरी ओर छाबड़ा नए सिरे से बेची गई जमीनों पर फिर से प्लाट काटने का काम कर रहे हैं। Peace Point Township