mp metro: सिहंस्थ 2028 से पहले उज्जैन तक मेट्रो ले जाने की तैयारी
1 घंटे से कम समय में इंदौर से सीधे पहुंचेगी महाकाल मंदिर
mp metro: सिहंस्थ 2028
इंदौर। मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान द्वारा इन्दोर से उज्जैन तक मेट्रो चलाने की योजना पर काम शुरू करने की घोषणा के बाद एमपीएमआरसीएल के लिए दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (डीएमआरसी) डीपीआर तैयार कर रही है। सिंहस्थ 2028 से पहले डीएमआरसी द्वारा तय रूट में मेट्रो पीथमपुर, महूं, इंदौर और उज्जैन के बीच चलाई जाएगी। इसे लेकर हाल ही में नगरीय विकास व आवास विभाग के आयुक्त व कॉर्पोरेशन एमडी के समक्ष दिल्ली मेट्रो की टीम ने प्रेजेंटेशन भी दिया है।
इंदौर में मेट्रो रेलकॉर्पोरेशन ने तीनों शहरों के बीच कनेक्टिविटी और ट्रैफिक को देखते हुए मेट्रो चलाने की संभावना को उपयुक्त बताया है। रीजनल रेपिड ट्रांसपोर्ट सिस्टम की भी सिफारिश की है। यह हाई स्पीड लोक परिवहन वर्तमान में दिल्ली मेट्रो के बीच शुरू किया है। टीम ने सर्वे करने के बाद रूट तय किया है। पिछले दिनों प्रस्तावित रूट पर नगरीय विकास व आवास विभाग के आयुक्त व कॉर्पोरेशन एमडी के समक्ष दिल्ली मेट्रो की टीम ने प्रेजेंटेशन भी दिया है।
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इसके लिए अधिकारियों ने उज्जैन, महू व पीथमपुर तक रूट का दौरा भी किया था। डीएमआरसी की टीम ने जो प्रारंभिक रूट किया तय किया है, उसमें महाकाल मंदिर के समीप अंडर ग्राउंड स्टेशन बनाने की योजना है। मेट्रो का रूट इंदौर से उज्जैन तक पर आबादी एरिया व औद्योगिक विकास योजनाओं के आधार पर तैयार किया जा रहा है।
सर्वे में यह रूट मेट्रो के लिए उपयुक्त बताया
उज्जैन में हरिफाटक से महाकाल मंदिर तक अंडर ग्रांउड रहेगी। इसके बाद एलिवेटेड होकर उज्जैन रोड पकड़ेगी। पहला स्टेशन निनोरा होगा। इसके बाद सांवेर, धरमपुरी होते हुए इंदौर के लवकुश चौराहा पहुंचेगी। यहां से विजय नगर होते हुए बीआरटीएस पर प्रस्तावित थ्री लेयर ब्रिज से राजीव गांधी चौराहा, राजेंद्र नगर, राऊ होते हुए महू और वहां से पीथमपुर तक चलाई जाएगी।
सितंबर 2023 को इंदौर में मेट्रो का पहला ट्रायल रन
इंदौर मेट्रो indore metro के कमर्शियल रन में वक्त लग सकता है, लेकिन ट्रायल रन सितम्बर 2023 में ले लिया जाएगा। सीएम शिवराज सिंह ने भोपाल और इंदौर में मेट्रो सेवा को एक साथ लॉन्च करने की तैयारी के लिए कहा है।रूक्करूक्रष्टरु के मैनेजिंग डायरेक्टर निकुंज श्रीवास्तव ने कहा कि हम सितंबर 2023 में मेट्रो का ट्रायल कराने की तैयारी कर रही है।
यह ट्रायल गांधी नगर और सुपर कॉरिडोर के बीच बन रहे 5.9 किमी लंबे सुपर प्रायोरिटी कॉरिडोर पर होगा। इस सुपर प्रायोरिटी कॉरिडोर में राजवाड़ा, छोटा गणपति, बड़ा गणपति और रामचंद्र नगर में एलिवेटेड स्टेशन बनने हैं। इसी तरह बीएसएफ और एयरपोर्ट पर अंडरग्राउंड स्टेशन बनाए जाने हैं। इंदौर फिजिबलिटी सर्वे किया गया है।
कहां कितनी दूरी तक नीचे से जाना, उपर से जाना, अंडर ग्राउंड जैसे रास्ते के चलते अभी लागत बता पाना मुश्किल है। डीएमआरसी की सर्वे रिपोर्ट के बाद प्रोसेस होती है, डीपीआर बनती है, सेंक्शन होने के बाद राज्य और केंद्र सरकार की फंडिंग के बाद काम शुरू होगा। यह तो तय है कि उज्जैन-इंदौर के बीच आरआरटीएम बनना है, लेकिन काम कब शुरू होगा अभी कुछ कह नहीं सकते हैं।
– शोभित टंडन, एडिशनल डायरेक्टर, एमपी मेट्रो
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