मध्यप्रदेश में नियमों के विपरित बिना परमिशन के बनी बिल्डिंगों का सर्वे शुरू
20 सितंबर तक रिपोर्ट, हर महीने देनी होगी कार्रवाई की जानकारी
Survey of buildings भोपाल (ब्यूरो)। मध्यप्रदेश में बिना परमिशन या नक्शे को छोड़कर बनी बिल्डिंगों का सर्वे शुरू हो रहा है। 15 दिन में सर्वे कर ऐसी बिल्डिंगों का पता लगाया जाएगा, जो गलत तरीके से बनी हो।
नगरीय प्रशासन विभाग ने प्रदेश के सभी नगर निगम कमिश्नर, नगर पालिका और नगर परिषद सीएमओ को लेटर लिखकर कार्रवाई करने को कहा है। पूरे प्रदेश के बड़े शहरों में पहले कार्रवाई शुरू की जाएगी। इंदौर में भी तीन अवैध निर्माणों को चिन्हित किया गया है, जिन्होंने नक्शे के विपरित जाकर 50 प्रतिशत से ज्यादा अवैध निर्माण करने के साथ ही बिल्डिंग की ऊंचाई भी बढ़ा दी है। इसमें दवा बाजार के अवैध निर्माण को 15 साल से तोड़ने की कार्रवाई पर उच्च न्यायालय से स्थगन ले रखा है, तो दूसरी ओर शिव कोठी में नक्शे के विपरित 60 प्रतिशत तक निर्माण किया गया है।
इधर, मध्यप्रदेश के इंदौर और जबलपुर में चार महीने के भीतर आगजनी की दो बड़ी घटनाएं हो चुकी हैं। इंदौर की रेसिडेंशियल बिल्डिंग और जबलपुर के प्राइवेट हॉस्पिटल में आग लगी। दोनों घटनाओं में 15 जानें चली गईं। भोपाल में हर रोज आठ से 10 आगजनी के मामले सामने आते हैं। यही कारण है कि सरकार प्रोविजनल फायर एनओसी बंद करने जा रही है, वहीं अब ऐसी बिल्डिंगों की जांच की जा रही है जो पैमाने पर खरी नहीं उतर रही। खासकर अवैध तरीके से बनी बिल्डिंगों को लेकर सरकार सख्त हो गई है। इसके चलते अब अवैध बिल्डिंगों की जांच की जाएगी।
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नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग के कमिश्नर निकुंज कुमार श्रीवास्तव ने आदेश जारी किए हैं, जिसमें नगर निगम कमिश्नर, नपा-नप सीएमओ को 20 सितंबर तक डिटेल रिपोर्ट देने को कहा है। वहीं, हर महीने की सात तारीख को बिल्डिंगों से जुड़ी जानकारी भी देना होगा। लेटर में कहा गया है कि ऐसी बिल्डिंगों का सर्वे हो, जो बहुमंजिला हो और बिना नियम-कायदे के बनी हो।
प्रदेश में आग की घटनाओं को देखते हुए सर्वे का फैसला लिया गया है। इंदौर में अवैध निर्माणों को बड़े संरक्षण की शिकायत के बाद सबसे ज्यादा कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। शहर में किसी भी दिन बड़ी कार्रवाई की शुरुआत हो सकती है।
प्रदेश सरकार एनओसी को लेकर भी बड़ा कदम उठा रही है। वह प्रोविजनल फायर एनओसी बंद करने जा रही है। इंदौर स्थित स्वर्ण कॉलोनी की इमारत में मई 2022 में आग लगी थी। इसमें सात लोग जिंदा जल गए थे। Survey of buildings
10 महीने में मध्यप्रदेश के तीन बड़े हादसे
- 8 नवंबर 2021 की रात में भोपाल स्थित हमीदिया हॉस्पिटल की कमला नेहरू बिल्डिंग में आग लग गई थी। इस हादसे में कई नवजातों की मौत हो गई थी। यह हादसा देशभर में सुर्खियों में रहा था।
- 6 मई 2022 को इंदौर के स्वर्ण बाग कॉलोनी की मल्टी में आग लगने से सात लोग जिंदा जल गए थे। यह हादसा भी सुर्खियों में रहा।
- 1 अगस्त को जबलपुर के न्यू लाइफ हॉस्पिटल में आग लगने से 8 लोगों की मौत हो गई थी। यह हॉस्पिटल बिना फायर एनओसी के चल रहा था। मामले में नगर निगम और सीएमएचओ की भी बड़ी चूक सामने आई थी।