सट्टा बाजार में भाजपा का महापौर और कांग्रेस पार्षदों की संख्या 28 से 32 तक
इंदौर। भाजपा के जीत के दावे के साथ सट्टा बाजार का कामकाज भी खड़ा हुआ है। जहां भाजपा यह मान रही है कि कम मतदान के बाद भी 75 हजार से 1 लाख के बीच भाजपा जीतेगी तो वहीं सट्टा बाजार के अनुसार कांग्रेस के पार्षदों की संख्या 28 से 32 के बीच और भाजपा का महापौर 50 से 75 हजार के बीच चुनाव जीत रहा है। बाजार में अभी भी पुष्यमित्र भार्गव की जीत के भाव चल रहे हैं। सटोरियों के भाव भी अलग-अलग बताए जा रहे हैं। भाजपा की जीत का गणित पिछले चुनाव में 3 लाख वोटों की बढ़त ही आधार है।
चुनाव में मतदान के बाद जीत के लिए जहां कांग्रेस के अपने आंकड़े हैं वहीं भाजपा के भी अपने समीकरण हैं। भाजपा अभी भी क्षेत्र क्र.2 और क्षेत्र क्र. 4 की बड़ी लीड को ही जीत का आधार मानकर चलरही है। भाजपा का मानना है कि क्षेत्र क्र. 1, 3 और 5 में समीकरण में कुछ परिवर्तन आ सकता है। 1 नंबर में भी ज्यादा लीड कांग्रेस को नहीं मिलेगी तो दूसरी ओर क्षेत्र क्र. 5 में कांग्रेस और भाजपा बराबरी की स्थिति में रहेगी।
3 नंबर क्षेत्र में कांग्रेस को कुछ बढ़त मिल सकती है तो दूसरी ओर क्षेत्र क्र. 4 में बड़ी लीड भाजपा की जीत का आधार तय करेगी। इधर सट्टा बाजार में अभी भी भाजपा महापौर उम्मीदवार पुष्यमित्र भार्गव की जीत के ही भाव चलाए जा रहे हंै। सटोरिये दावा कर रहे हैं कि कांग्रेस इस बार 28 से 32 सीटों के बीच ही रहेगी। जबकि संजय शुक्ला के अच्छा चुनाव लड़ने के बाद भी जीत 50 से 75 हजार के बीच ही रहेगी।
भाजपा 50 वार्डों में ही कम से कम अपने उम्मीदवारों के 800 से 1 हजार वोटों तक जीतने का अनुमान कार्यक्रताओं की सूचना पर मान रही है। दूसरी और लोकसभा चुनाव में भी मतों का अंतर 3 लाख से ज्यादा रहा है। मतदान का प्रतिशत गिरने के बाद भी यह जीत 1 लाख मतों के लगभग ही रहेगी। सटोरियों के अनुसार भी 15 जुलाई के बाद भाव में कुछ अंतर आ सकता है। पर भाजपा के महापौर की जीत तय है। उल्लेखनीय है कि इस बार मतदान 61 प्रतिशत के लगभग रहा है।