नई दिल्ली (ब्यूरो)। अब बिजली की महंगाई आप के दरवाजे तक पहुंच गई है। अगले कुछ ही समय में बिजली कीमतों में वृद्धि होना शुरू हो जाएगी। सरकारी पैनल ने बिजली उत्पादन करने वाली कंपनियों को अभी 20 पैसे प्रति यूनिट कीमतें बढ़ाने की स्वीकृति दे दी है। यह सभी पावर प्लांट 10 गीगा वाट से ज्यादा का उत्पादन करती हैं। इसी के साथ आने वाले समय में एनटीपीसी सहित राज्य के बिजली बोर्ड भी अपनी कीमतें बढ़ा देंगे। हालांकि बिजली उत्पादक कंपनियों ने 2 रुपए प्रति यूनिट बिजली दर बढ़ाने की मांग की है।
देश में कोयले संकट के बाद बिजली उत्पादन कर रही कंपनियों पर भारी दबाव बढ़ता जा रहा है। दूसरी ओर प्रायवेट बिजली उत्पादक कंपनियां पिक-अवर में 20 रुपए प्रति यूनिट तक बिजली बेच रही हैं। सरकार ने विदेश से कोयला आयात किए जाने की अनुमति के बाद भी पावर कंपनियां कोयला आयात करने को तैयार नहीं है, क्योंकि कोयला आयात करने से 2 रुपए यूनिट बिजली बढ़कर 8 रुपए प्रति यूनिट तक पहुंच जाएगी। सरकार भी हर हाल में विदेश से कोयला मंगवाकर पावर प्लांटों को देने के लिए दबाव बना रही है। जून ने पूरे देशभर में कोयले का संकट पैदा होते ही इसका असर बिजली उत्पादन पर पड़ेगा और इसके कारण कटौती के साथ महंगी बिजली भी आपके दरवाजे पहुंचना शुरू हो जाएगी। दूसरी ओर कई राज्यों में बिजली पर सरकार द्वारा दी जा रही सब्सिडी का बोझ भी अत्यधिक बढ़ गया है, जिसके चलते बिजली कंपनी को 100 रुपए में से 93 रुपए तक सरकार द्वारा सब्सिडी ही मिल रही है, इसके कारण भी कंपनियां काम नहीं कर पा रही हैं।