मध्यप्रदेश में डेल्टा वायरस के 535 मामले आने के बाद बढ़ा खौफ
अस्पतालों में मरीजों के लिए तैयारियां शुरू, स्वास्थ्य विभाग सतर्क
भोपाल (ब्यूरो)। देशभर में कोरोना की दूसरी लहर की रफ्तार अब धीमी पड़ने लगी है। 24 घंटे में 860 लोगों की मौत हुई है और 45 हजार नए संक्रमित मिले हैं, लेकिन मध्यप्रदेश में डेल्टा वायरस के 535 मामले आने के बाद खौफ बढ़ गया है वहीं सरकार ने इससे निपटने की तैयारियां शुरू कर दी है। स्वास्थ्य विभाग ने अस्पतालों में मरीजों के लिए अलग वार्ड और बेड की व्यवस्थाएं जुटाना शुरू कर दी है। मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने इस संबंध में सभी जिला कलेक्टरों से बात कर व्यवस्थाएं सुचारू करने के निर्देश दिए हैं।
मिली जानकारी के मुताबिक डेल्टा वायरस के जो मामले सामने आए हैं उनमें सबसे ज्यादा इंदौर में 109, ग्वारियर में 55, उज्जैन में 31, रतलाम में 31, विदिशा में 21, रायसेन में 16, दतिया में 14, बैतुल में 11 नए मामले सामने आए हैं। पहले ही मध्यप्रदेश में 3 लोगों की मौत डेल्टा वेरियंट वायरस से हो गई है, लेकिन इनकी जांच रिपोर्ट आना बाकी है। उल्लेखनीय है कि कोरोना महामारी की दूसरी लहर ने अप्रैल-मई में प्रदेश में तांड़व मचा रखा था जिसके कारण बड़ी संख्या में लोगों की मौत हुई थी वहीं अस्पतालों में भी आक्सीजन और बेड़ के लिए बहुत मारामारी चलती रही।
बताया जाता है कि फंगस के बाद दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल ने अब कोरोना मरीजों में साइटोमेगालो वायरस (सीएमवी) मिलने का खुलासा किया है। अब तक देश के पहले पांच मरीज यहां भर्ती हो चुके हैं। कोरोना का इलाज लेने के बाद इन मरीजों को पेट में दर्द और मल में खून बहने की परेशानी को लेकर भर्ती किया गया है। इनमें से एक मरीज की मौत भी हो चुकी है। डॉक्टरों के अनुसार कोरोना संक्रमण के चलते जिन मरीजों की प्रतिरोधक क्षमता कम है उनमें फंगस के काफी मामले अब तक देखने को मिल चुके हैं।
यह सिलसिला लगातार जारी है लेकिन अब कम प्रतिरोधक क्षमता वाले मरीजों में सीएमवी संक्रमण भी मिल रहा है। हालांकि अभी तक इसके कारणों का पता नहीं चल पाया है।