बकायादारों से अब ढोल ढमाके के साथ घर पहुंचकर हो रही वसूली
वित्तीय वर्ष में 1 हजार करोड़ राजस्व लाने का निगम ने रखा लक्ष्य, अब तक साढ़े 5 सौ करोड़ आए
इन्दौर। चालू वित्तीय वर्ष में नगर निगम ने 1 हजार करोड़ रूपये राजस्व लाने का लक्ष्य रखा है। यदि यह आंकड़ा पा लिया जाता है तो निगम के इतिहास में पहली बार होगा जब इतनी राशि एक साल में आई होगी। आयुक्त के निर्देश पर अब कर्मचारी बकायादारों के घर ढोल ढमाके के साथ पैसा लेने पहुंच रहे हैं। कल झोन क्रमांक 3 के तहत देवी अहिल्या मार्ग पर साढ़े 15 लाख रूपये बकाया होने पर एक संपत्ति सील भी की गई। इसी तरह कई कॉलोनियों, बाजारों में ढोल बजाए गये। बकायादारों ने कई जगह एक दो दिन में संपत्तिकर जमा करने का वादा किया। हर वार्ड के 50 हजार से बड़े बकायादारों की सूची निगम ने बनाई है।
पिछले वित्तीय वर्ष में नगर निगम को राजस्व का भारी नुकसान हुआ था अर्थात ई नगर पालिका पोर्टल बंद होने से करीब 300 करोड़ का राजस्व निगम को नहीं मिला था। करीब 747 करोड़ का कुल राजस्व आया था। जबकि बड़े बकायादारो की सूची भी जारी हुई थी। अब इस साल अब तक जहां खजाने में साढ़े 5 सौ करोड़ रूपये आए हैं वहीं मार्च 2025 तक कुल 1 हजार करोड़ का लक्ष्य रखा गया है। अपर आयुक्त नरेंद्र पांडे के अनुसार हर झोन में वसूली के लिए 50 हजार से अधिक के बकायादारों को पहले चिन्हित किया गया है। इसके अलावा वार्डों की सूची भी बनाई गई है जो बिल कलेक्टर को दी गई है। पहली बार है जब बकायादारों के घर, कार्यालय या अन्य संपत्ति से टैक्स वसूली के लिए ढोल ढमाके बजाकर चेतावनी दी जा रही है। पहले नोटिस या कर्मचारी घर जाकर वसूली के लिए निवेदन करता था मगर दबाव, प्रभाव के कारण निगम को पैसा नहीं मिलता था। nagar nigam indore
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हालांकि यह स्थिति अभी भी है, मगर ढोल ढमाके के साथ जाने से अन्य लोग भी सजग हो जाते हैं और बकाया होने पर टैक्स जमा करते हैं। झोन क्रमांक 3 के तहत कल इसी तरह से कई वार्डों में ढोल बजाए गये जिससे कई लोगों ने हाथोंहाथ पैसा जमा कर दिया। वहीं देवी अहिल्या मार्ग पर आशारानी दीक्षित के घर पर कुर्की की गई। इन पर 15 लाख 62 हजार बकाया होने पर सीलिंग की कार्रवाई की गई।
1 करोड़ से बड़े बकायादारों की बन रही सूची
इसी तरह 1 करोड़ से अधिक के बकायादारेां को भी चिन्हित किया जा रहा है। शहर में ऐसे बकायादारो की संख्या भी दर्जनों में है। कुछ साल पहले निगम ने बीसीसी सहित कई नामचीन लोगों, संस्थाओं को वसूली के लिए नोटिस दिया था और सूची भी जारी की थी जिसके बाद निगम को अच्छा राजस्व मिला था। बीसीसी में निगम कई कार्यक्रम भी करता है जिस पर बड़ी राशि खर्च होती है। अब इन बकायादारों से भी वसूली के लिए सख्ती की जाएगी।