एक साल में दो लाख किराना दुकानें बंद
ऑल इंडिया कन्ज्यूमर फेडरेशन की रिपोर्ट
नई दिल्ली (ब्यूरो)। खाद्य सामान सहित साबून, शैंपू, मंजन का उत्पादन करने वाली एफएमसीजी कंपनियों की संस्था ने देशभर की 1.3 करोड़ किराना दुकानों का सर्वे करने के बाद रिपोर्ट जारी करते हुए बताया है कि क्विक कॉमर्स कंपनियों के चलते देशभर में इस साल 2 लाख किराना दुकानें बंद हो चुकी है। इनमें महानगर क्षेत्रों की दुकानें भी शामिल है।
कन्ज्यूमर फेडरेशन ने अपनी वार्षिक रिपोर्ट में आंकड़े जारी करते हुए बताया है कि महानगरों मेंं 17 लाख से अधिक किराना दुकानें मौजूद है। इसके अलावा दूसरे और तीसरे नंबर के शहरों में इनकी संख्या 95 लाख के लगभग है। इन दुकानों से 5.5 लाख करोड़ का कारोबार होता है, परंतु क्विक कॉमर्स कंपनियों के तेजी से बढऩे और 15 प्रतिशत तक सामानों में छूट दिए जाने के चलते किराना दुकानों के सामने अस्तित्व का संकट खड़़ा हो गया है। इसी के चलते इन दुकानों का 35 प्रतिशत कारोबार क्विक कॉमर्स कंपनियों के पास चला गया है।
इसी के चलते इस साल दो लाख से अधिक दुकानें फिर बंद हो गई है। इसके पिछले साल भी इतनी ही दुकानें किराने की बंद हुई थी। दूसरी ओर एफएमसीजी कंपनियों ने भी अपने आंकड़े जारी करते हुए बताया है कि उनके उत्पादन की मांग भी लगातार गिर रही है। क्विक कॉमर्स कंपनियां खुद के उत्पादन बाजार में कम कीमत पर बेच रही है, इसका असर भी दुकानों पर दिखाई दे रहा है।