जेलरोड की 30 इमारतों पर अगले सप्ताह होगी बड़ी कार्रवाई
जनप्रतिनिधियों के आग्रह पर प्रशासन ने दशहरा तक दी मोहलत
इंदौर। बेसमेंट में पार्किंग स्थान को कब्जे से मुक्त कराने प्रशासन लगातार कार्रवाई कर रही है। कार्रवाई के दौरान कई व्यावसायिक इमारतों को सील भी किया था। कुछ इमारत संचालकों ने बेसमेंट का कब्जा हटा दिया, वहां वापस कारोबार संचालित होने लगा है। लेकिन कुछ संचालक ऐसे भी हैं, जो प्रशासन के आदेश को तवज्जो नहीं दे रहे। पूर्व में जेलरोड, दवा बाजार, फडनीस काम्प्लेक्स, महाराजा काम्प्लेक्स आदि को बेदखली का नोटिस दिया गया था। इन इमारतों के मालिकों ने बेसमेंट की अनुमति का उल्लंघन कर वहां दुकानें, गोदामों का निर्माण कर लिया था।
इसी क्रम में प्रशासन ने जेलरोड की 30 इमारतों को चिन्हित किया है। इन इमारतों के तलघर में पार्किंग की जगह दुकानें संचालित हो रही है। प्रशासन दशहरा के पहले कार्रवाई करना चाहता था, लेकिन त्यौहार को देखते हुए जनहित में जनप्रतिनिधियों ने प्रशासन से कार्रवाई को आगे बढ़ाने का समय मांगा था। प्रशासन ने अब निर्णय लिया है कि दशहरा के बाद अगले सप्ताह कभी भी इन चिन्हित दुकानों पर बड़ी कार्रवाई की जा सकती है। उल्लेखनीय है कि नगर निगम और जिला प्रशासन द्वारा शहर में यातायात को सुधारने के लिए फुटपाथों और सड़कों पर किए गए कब्जों को हटा रहा है। इसी कड़ी में गुरुवार को जेलरोड पर कार्रवाई की गई थी।
पांच दुकानें की थी सील
जेलरोड पर सबसे ज्यादा पार्किंग की फजीहत होती है। सड़क के दोनों छोरों पर सुबह से शाम तक वाहनों का अंबार लगा रहता है। दो दिन पहले निगम और जिला प्रशासन के अफसरों की टीम जेलरोड क्षेत्र में पहुंची थी। यहां तलघर में बनी पांच दुकानों को सील करने के साथ ही व्यापारिक संगठनों के पदाधिकारियों को चेतावनी दी थी कि मोबाइल मार्केटों के बाहर दुकानों के कब्जे हटा लें, अन्यथा कार्रवाई की जाएगी। ओटले नहीं हटाए जाने पर निगम की टीम जेलरोड क्षेत्र पहुंची और जेसीबी की मदद से कई दुकानों के बाहर बनाए गए ओटले और पार्किंग के लिए लगाए गए लोहे के पाइप तोड़ दिए। उक्त क्षेत्र में सैकड़ों मोबाइल दुकानें हैं, जहां दुकानों के बाहर कब्जे के कारण सबसे ज्यादा स्थिति खराब होती है।
ट्रेफिक पुलिस की कार्रवाई बेअसर
सड़क पर बेतरतीब ढंग से खड़े वाहनों को जब्ती, चालान करने रोजाना ट्रेफिक पुलिस कार्रवाई करती है। कुछ दुकानदारों की ट्रेफिक पुलिस से सांठगांठ होने से वे ग्राहकों के वाहन जब्ती से बचा लेते हैं। प्रशासन ने बेहतर ट्रेफिक के लिए इस आधा किलोमीटर मार्ग को एंकाकी घोषित कर रखा है, लेकिन ट्रेफिक पुलिस, निगम की अनदेखी के चलते एकांकी मार्ग का खुलेआम उल्लंघन हो रहा है। दोनों चौराहों से वाहन चालक आवाजाही करते हैं। आश्चर्य की बात है कि कई बार ट्रेफिक पुलिस की क्रेन वाहन उठाने खड़ी रहती है। क्रेन के साथ आए जवानों के सामने एकांकी मार्ग का दुरुपयोग होता है।
दीपावली पहले 60 फीट होगा रोड
यहां चिमनबाग चौराहा से खातीपुरा चौराहा तक दोनों ओर बड़े पैमाने पर मोबाइल और अन्य इलेक्ट्रिक सामान की दुकानें हैं। इन दुकानों पर आने वाले ग्राहक सड़क पर वाहन इस तरह खड़े करते हैं कि दूसरे वाहन चालक को निकलना मुश्किल हो जाता है। वाहनों के सड़क पर खड़े रहने से आधा किलोमीटर का मार्ग तय करने में 5 से 10 मिनट तक लग जाते हैं। प्रशासन बेसमेंट पर कार्रवाई करने के साथ ही सड़क पर बने अस्थाई पार्किंग को भी खत्म करेगा। जिससे दीपावली बाद यह रोड 60 फीट हो जाएगी। अभी वाहनों के कारण 20 फीट रोड पर ही आवागमन होता है।