नकली एनओसी से वैध कॉलोनी बताई अब अवैध निकली
प्लाट होल्डरों को प्लाट भी नहीं मिले और अब गुंडागर्दी भी हो रही है
इंदौर। एक ओर जहां जिला प्रशासन ने कई कॉलोनियों को दी गई विकास अनुमति के बाद विकास नहीं होने पर उनके द्वारा धरोहर के रुप में रखे गये भूखंडों को बिना विकास किए बेचने और रजिस्ट्री के मामले में अपराधिक प्रकरण दर्ज करना प्रारंभ कर दिया है।
इसमे शहर के कई नामचीन कॉलोनाइजर अब कलेक्टर के निशाने पर आ गये हैं। कई लोगों के रजिस्ट्रार कार्यालय से जहां रजिस्ट्री को लेकर जानकारी निकाली जा रही है तो वही अभी भी वर्षों से कई जमीन के जालसाज अपने यहां भूखंड के पूरे पैसे लेने के बाद भी न तो विकास कर रहे हैं और ना ही कब्जे दे रहे हैं। खंडवा रोड़ पर उमरीखेड़ा में अपने भूखंडों को लेकर अभी भी प्लाट खरीददार चक्कर लगा रहे है। मजेदार बात यह है कि इस कॉलोनी के कर्ताधर्ताओं ने इसे वैध बताया था और यह पूरी तरह अवैध काटी गई है। bhumafia
जिला प्रशासन को की गई शिकायत में सारे दस्तावेज सौंपे गये हैं जिसमे बताया गया है कि खंडवा रोड़ के उमरीखेड़ा में पांच हजार वर्गफीट के भूखंडों की रजिस्ट्री भी की गई है परंतु अब यहां पर ना तो विकास हुआ है और अब प्लाट पर जाने भी नहीं दिया जा रहा है।
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illegal Colony शिकायतकर्ता ने बताया कि खंडवा रोड़ के उमरीखेड़ा में कैलाश पिता कालूराम शर्मा निवासी जवाहर मार्ग द्वारा पटवारी हल्का नंबर १२ के अलावा ६५ १७०/१, १७१ और १७१/२ में भूखंडों की रजिस्ट्रीयां करवाई थी उस दौरान इसे वैध कॉलोनी बताया जा रहा था अब जब इस कॉलोनी की जानकारी खरीददारों ने निकाली तो यह पूरी तरह अवैध पाई गई है। bhumafia
इस कॉलोनी में प्लाट बेचने वाले अब यहां पर तार फेंसिंग कर चुके हैं वही प्लाट खरीदने वालों को भी उनके प्लाट पर नहीं जाने दिया जा रहा है। आश्चर्य की बात यह भी है कि जिस एनओसी को दिखाकर भूखंड बेचे गये वह पूरी तरह फर्जी पाई गई है। दस्तावेजों को देखने के बाद अधिकारयिों ने माना की यह पूरी तरह अवैध कॉलोनी है अब सारे प्लाट होल्डर मिलकर इस मामले में कलेक्टर कार्यालय के बाहर धरना देने की तैयारी कर रहे हैं। landmafia