प्राधिकरण फिर निकालेगा फ्लैट बेचने की लॉटरी

अब फिर से मध्यम व गरीब तबके के लोगों का आवास देने की बनाई योजना

Authority will again conduct lottery to sell flats
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इंदौर । इन दिनों विकास प्राधिकरण का भी खजाना खाली है। इसके लिए तरह-तरह के जतन करने की तैयारी भी प्राधिकरण द्वारा लगातार की जा रही है। इसी कड़ी में विकास प्राधिकरण एक बार फिर से अपनी कुछ योजनाओं में सस्ते फ्लैट बेचने की तैयारी लॉटरी सिस्टम से कर रहा है। अब जल्द ही इसके लिए लाटरी सिस्टम से नीलामी की योजना भी बना दी गई है।

बताया जाता है कि प्राधिकरण ऐसी कुछ योजनाओं के फ्लैटों की बिक्री के लिए लॉटरी निकालने की तैयारी कर रहा है जो सस्ते भी हैं एवं मध्यमवर्गीय परिवारों की खरीदने की श्रेणी में भी है इसलिए अब एक बार फिर से आवास उपलब्ध कराने की योजना बनाई गई है। इस मामले को लेकर अधिकारियों का कहना है कि लॉटरी सिस्टम से निकाले जा रहे हैं ताकि छोटे बड़े सभी खाली फ्लैटों के बिकने के बाद विकास प्राधिकरण को बेहतर राशि भी मिल सकती है।

इसको लेकर लंबे समय से तैयारी की जा रही है तो दूसरी ओर यह भी देखा जा रहा है कि कुछ योजना ऐसी भी है जिसके फ्लैट बार-बार बेचने की कोशिश की जाती है परंतु कोई लेने वाला नहीं है। अब लाभ के चलते पहले ही लोगों के पास पैसा नहीं है परंतु फिर भी अपने आवाज की चाह रखने वाले फ्लैट खरीद सकते हैं।

इसको लेकर अलग-अलग योजनाओं से खासकर अब फ्लैटों को नीलाम करने की योजना बना दी गई है। अब एक बार फिर से विकास प्राधिकरण अपने काम में लग गया है और जल्द ही कई योजनाओं के टेंडर भी भेजने के लिए निकाले जा रहे हैं। अभी भी कुछ ऐसी योजनाएं भी है जिनके फ्लैट से लेकर भूखंड दुकाने आदि भी खाली है जिन्हें बेचकर आईडीए अपना खजाना भर सकता है।

इन योजनाओं में खाली फ्लैट बेचने की तैयारी

विकास प्राधिकरण अफसरों के मुताबिक अभी योजना क्रमांक 155 ऐसी योजना है जिसके पहले भी फ्लैट बेचने की योजना बनाई थी परंतु आज फ्लैट खाली पड़े है। अब योजना क्रमांक 155, स्कीम नंबर 74, स्कीम नंबर 113 और स्कीम नंबर 140 में ही देखा जाए तो वैसे 700 से अधिक फ्लैट खाली पड़े हैं जिन्हें बेचने के लिए निविदा बुलवाकर बेचा जा सकता है। conduct lottery to sell flats

वहीं दूसरी ओर प्राधिकरण को यदि इतने बड़े पैमाने पर फ्लैटों की बिक्री हो जाती है तो तकरीबन 200 करोड़ से अधिक की राशि मिल सकती है जिससे का खजाना भर सकता है। अभी की स्थिति में देखा जाए तो विकास प्राधिकरण का खजाना खाली है। वहीं प्रमुख पांच से सात ऐसी योजना है जहां से फ्लैट बेचे जा सकते हैं और नीलामी की योजना बनाई जा रही है । गौरतलब है कि विकास प्राधिकरण लंबे समय से अपने फ्लैट भूखंड बेचने के लिए टेंडर तो निकाल रहा है परंतु इसके खरीदार नहीं मिलने से परेशानी हो रही है। अब एक बार फिर से विकास प्राधिकरण कोशिश में लगा हुआ है।

इनका कहना है
विकास प्राधिकरण की प्रमुख योजनाओं में सैकड़ों फ्लैट खाली पड़े हैं जिन्हें बेचने के लिए लाटरी सिस्टम से फिर टेंडर निकाले जा रहे हैं।
– रामप्रकाश अहिरवार, सीईओ विकास प्राधिकरण

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