इंदौर। जमीन कारोबारी अरुण मामा उर्फ अरुण गोयल अभी भी दुबई पुलिस की हिरासत में ही दुबई में ही मौजूद है। उन पर दुबई की बैंक के १९ करोड़ रुपये कर्ज लेकर लापता होने का मामला दर्ज था। पिछले महीने वे दुबई में अपने दो साथियों के साथ जब पहुंचे तो दुबई पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया जबकि उनके दोनों साथी विमानतल से ही वापस लौट आये। दुबई में ही अरुण मामा ने अपनी शादी की सालगिरह भी बनाई पर इन सबके बाद भी वे दुबई में हिरासत से बाहर नहीं आ पा रहे हैं। इधर १६ सितंबर को उनके द्वारा दिये गये पुराने चेक बाउंस होने के मामले में तारीख लगी है और इसके बाद १९ सितंबर को बैंक की वसूली की तारीख भी लगी है। अरुण मामा उर्फ अरुण गोयल का पासपोर्ट दुबई वीजा कमेटी में जब्त है। इधर इंदौर में अरुण मामा लोगों को भ्रमित करने के लिए अपने यूरोप के घूमने के फोटो डालकर भ्रमित करने की कोशिश कर रहे हैं। सूत्रों का दावा है कि अभी वे छह महीने और दुबई पुलिस की हिरासत में ही रहेंगे। इधर इंदौर आयकर विभाग और ईडी दोनों ही अरुण मामा के लौटने का इंतजार बेसब्री से कर रहे हैं।
जमीनों के बड़े जालसाज और शहर के कई सफेदपोश इज्जतदार लोगों के पार्टनर अरुण मामा इन दिनों जालसाजी के मामले में दुबई पुलिस की हिरासत में है उनका पासपोर्ट जब्त है। दुबई में उन्होंने १५ साल पहले अगरबत्ती के कारोबार के लिए बैंक से कर्ज लिया था। उन्होंने कोर्ट में दस्तावेज देते हुए यह कहा कि वे इस मामले में निर्दोष है। बैंक का पैसा पहले चुका दिया गया है। परंतु इस मामले में बैंक सहमत नहीं है।
१९ करोड़ रुपये बैंक को अभी भी लेना है। अरुण मामा दुबई में ही पिछले दिनों शहर के इज्जतदार भूमाफिया और कागजी घरानों के साथ राजनेताओं को बुलाकर दुबई में ही पुलिस हिरासत में अपनी शादी की सालगिरह भी बना चुके है। अब इधर आयकर विभाग में धारा १४७ में नोटिस तैयार कर रखा है जो उनके आते ही दुबई में किए गए कारोबार की जानकारी के लिए होगा उनके आयकर रिटर्न में इसका उल्लेख नहीं है। दूसरी ओर धारा १४८ में उनका केस रिओपन होना है। वहीं अब सूत्रों का दावा है कि अरुण मामा अभी भी दुबई सरकार की हिरासत में दुबई में ही अपने खर्च से घूम रहे हैं वे दुबई से बाहर यदि बिना अनुमति के भागने की कोशिश करेंगे तो उनके खिलाफ रेडकार्नर नोटिस जारी हो जाएगा।
वे दुबई में ही जमानत पर घूम रहे है। इधर १९ करोड़ एक नंबर में देने के लिए उन्हें भारत में जानकारी देकर यह राशि दुबई भेजनी होगी। अरुण मामा शहर के लोगों को भ्रम बनाने के लिए इन दिनों अपने तमाम साथियों को यूरोप के फोटो डालकर बता रहा है कि वह यूरोप घूम रहा है जबकि स्थिति यह है कि वह दुबई में ही अब छोटी सी होटल में पहुंच गये हैं। उन्हें कई महीने अभी दुबई में ही निकालना होंगे। दुबई के कानून के अनुसार अब उनका केस शुरु हुआ है इसमे बैंक को दिये गये पुराने चेक बाउंस होने के साथ ही दूसरा प्रकरण १९ करोड़ की वसूली को लेकर शुरु हो गया है
। इधर अरुण मामा के परिजनों से जुड़े लोगों का कहना है कि अरुण मामा को जालसाजी में उलझाने वालों में गोलू पाटनी का नाम सबसे ऊपर है। गोलू पाटनी ने ही जजों की दलाली के साथ ही ईडी की दलाली का भी कामकाज अरुण मामा के यहां किया था। अरुण मामा की २०१६ में दो संपत्ति ईडी ने अटैच कर रखी है। वहीं अरुण मामा के खास पाटर्नर दीपक मद्दा भी इन दिनों इंदौर की जेल में है यदि अरुण मामा यह राशि जमा करके दुबई से वापस लौटे तो उनकी यहां पर भी कई प्रकरणों में पूछताछ शुरु होनी है।