इंदौर। उच्च न्यायालय के निर्देश पर सुनवाई कर रही कमेटी जहां लगातार भूमाफियाह्यह्यओं पर दबाव बनाकर न्याय दिलाने को लेकर हर दिन सुनवाई कर रही है। वहीं भूमाफिया भी पीड़ितों को भूखण्ड नहीं देने को लेकर नए-नए रास्ते तलाश रहे है। इधर आज फिर सुनवाईर् होगी, जिसमें चिराग शाह को दिए गए दस्तावेजों पर जवाब देना है। दूसरी ओर डायरियों पर प्लाट देने के नाम पर धोखाधड़ी करने वाले हैप्पी धवन की कार्यप्रणाली से यह तय हो गया है कि वे कमेटी की हैसियत नहीं समझते हैं और वे डायरियों को लेकर आगे कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं।
इधर 55 ओर शिकायतें नई उन्हें लेकर आई है। वहीं इस मामले में फिनिक्स टाउनशिप के मामलों का निराकरण होने की स्थिति में आ रहा है। यहां रितेश अजमेरा ने उच्चतम न्यायालय द्वारा निर्देशित किए गए 31 मामलों की बजाय 44 भूखण्ड पीड़ितों का निराकरण कमेटी के समक्ष कर दिया है।
भूमाफियाओं पर चल रही सुनवाई से धीरे-धीरे ही पर न्याय मिलने की प्रक्रिया दिखाई देने लगी है। इसके अंतर्गत कालिंदी गोल्ड के भूमाफिया हैप्पी धवन ने सबसे ज्यादा 10 करोड़ रुपए डायरियों पर लेने के बाद अपने हस्ताक्षर से होने से इनकार के बाद उनके हस्ताक्षरों की जांच की रिपोर्ट आज आ सकती है। इसके बाद अगली कार्रवाई प्रारंभ हो पाएगी। हैप्पी धवन को 96 भूखण्ड पीडितों का निराकरण करना है। दूसरी ओर कल 55 नई शिकायतें भी लेकर यहां लोग पहुंचे हैं। इधर रमेश मित्तल जो फिनिक्स में भागीदार थे। 2009 में आयकर के छापों में भी उनका मामला मिला था। कल पुरी बहस के बाद अब उनकी जवाबदारी भूखण्ड देने के लिए तय होनी है।
इधर आज चिराग शाह को 16 बिन्दुओं पर जवाब देने है। उन्हें उच्चतम न्यायालय के निर्देश पर 23 भूखण्डों का निराकरण करना है। आज चिराग शाह से कमेटी जवाब लेने जा रही है। वहीं 16 रजिस्ट्री कर प्रदीप अग्रवाल को 10 रजिस्ट्रियां ओर करने पर आज जवाब देना है। दूसरी ओर फिनिक्स में सर्वाधिक शिकायतों को लेकर रितेश अजमेरा के मामलों का निराकरण होने की स्थिति बन गई है। संभवत: वे सबसे पहले अपने प्रकरणों का निराकरण होने के बाद कमेटी से बाहर हो जाएंगे।