सुलेमानी चाय: पुत्र मोह में बिल्डिंग ऑफिसर की मांग, अध्यक्ष मेहरबान तो रफअत पहलवान
सजनवा बैरी हो गए...लोहा चोरी की असलियत
पुत्र मोह में बिल्डिंग ऑफिसर की मांग
पार्षद रुबीना इकबाल खान के दो चेहरे हैं। एक चेहरा है बुलडोजर संस्कृति के खिलाफ। मगर वो नकली चेहरा है। गरीबों के मकान बचाने की कोशिश करना, बुलडोजर के पास खड़े होकर फोटो खिंचाना इमेज मेकिंग एक्सरसाइज है। असल में वे खुद तोड़ फोड़ और नगर निगम के आतंक की एंबेसेडर हैं। निगम परिषद की पिछली बैठक में उन्होंने पुरज़ोर मांग किस चीज़ के लिए की? उन्होंने मांग की बिल्डिंग ऑफिसर के लिए। उनके इलाके का बिल्डिंग ऑफिसर हटा दिया गया है। political funny news
नया बीओ कोई है नहीं। इसीलिए उन्होंने बैठक में यह भी कहा कि क्या पार्षद खुद बुलडोजर लेकर अवैध निर्माण हटवाने जाएगी? जिस तरह धृतराष्ट्र पुत्रमोह में अंधा हो गया था, उसी तरह रुबीना इकबाल खान को भी पुत्रमोह में यह नजर आना बंद हो गया है कि बीओ के माध्यम से ब्लैकमेलिंग की जाती है। उनके पुत्र मोनू और पिछले बीओ की दोस्ती बहुत चर्चित रही है। दोनों मिल-जुलकर भवन निर्माताओं को नोटिस दिया करते थे और फिर दोनों मिलकर उसे कष्ट दूर करने के उपाय भी बताया करते थे। दबी जुबान में लोग कह रहे हैं कि पुत्र बेरोजगार हो गया है इसलिए माताजी कष्ट में हैं। वे चाहती हैं कि एक बिल्डिंग ऑफिसर आकर काम पर लग जाए तो बेटे की आवक शुरू हो जाए।
अध्यक्ष मेहरबान तो रफअत पहलवान
भाजपा को अनुशासन और नियम के मामले में कांग्रेस से श्रेष्ठ बताया जाता है, मगर रफअत वारसी और प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा की जुगलबंदी ने कांग्रेस के चमचागिरी वाले दौर की याद दिला दी है। एक व्यक्ति एक पद के नियम की खिलाफवर्जी करते हुए रफअत अभी मोर्चे के भी प्रदेश अध्यक्ष हैं और हज कमेटी की लाल बत्ती भी सिर पर लगाए हुए हैं। हज हाउस में भी रफअत की नियुक्ति है। आष्टा के मजीद खान ने इस गोरखधंधे के खिलाफ याचिका लगा रखी है। मगर रफअत को ऐसी बातों की रफत यानी आदत है। political funny news
सजनवा बैरी हो गए…
लॉ कॉलेज के जिस प्रोफेसर इनामुर रहमान के खिलाफ भाजपा सरकार ने एफआईआर करवा दी है और अपराधियों की तरह जिनकी खोजबीन की जा रही है, उन्हें प्राचार्य पद किसने दिलाया? उनकी नियुक्ति भाजपा के ही शासनकाल में हुई है। इतना ही नहीं भाजपा ने उन्हें वक्फ बोर्ड प्रदेश टीम का मेंबर भी बनाया गया। असल में इनामुर रहमान उसी तरह के अल्पसंख्यक हैं जिस तरह के अल्पसंख्यक भाजपा को सुहाते हैं। विचारधारा के मामले में भी इनामुर रहमान भाजपा से अलग नहीं हैं। भाजपा के लोग भी जानते हैं कि लॉ कॉलेज में जो कुछ हुआ है उसमें इनामुर रहमान का दोष रत्ती भर नहीं है। जो चल रहा था पिछले समय से चल रहा था। इनामुर रहमान के संज्ञान में आते ही वो बंद भी करा दिया गया था। मगर इनामुर रहमान मुस्लिम नाम तो है। अगर सच के चक्कर में यह कहेंगे कि इनामुर बेकसूर है तो अपने ही लोग नाराज हो जाएंगे। इसलिए सच जाए भाड़ में, इनामुर को पहुंचाएंगे जेल। तो भाजपाई मानसिकता के मुस्लिम सोच लें। आप भले ही निक्कर पहन कर अपने मुहल्ले में घूमो और राजवाड़ा पर निक्कर का प्रदर्शन करो। जब कभी नाम किसी मामले में फंसेगा तो ये लोग आपकी बलि ज़रूर ले लेंगे। इनामुर रहमान जैसे हजारों मिलेंगे।political funny news
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